आज देशभर में कारगिल दिवस मनाया जा रहा है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित अन्य मंत्रियों व नेताओं ने कारगिल में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘कारगिल विजय दिवस भारत के उन अद्भुत पराक्रमियों की शौर्यगाथा को सामने लाता है. जो देशवासियों के लिए सदैव प्रेरणाशक्ति बने रहेंगे. इस विशेष दिवस पर मैं उनका ह्रदय से नमन और वंदन करता हूं. जय हिंद!’
वहीं केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सेना के जवानों के बीच लद्दाख के द्रास में पहुंचकर कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कारगिल युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और 1999 के कारगिल युद्ध में अपनी जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. वहीं चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और 1999 के कारगिल युद्ध में अपनी जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी.
-केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत स्वाभिमान से समझौता नहीं करता है.
-केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं यह क्षण कभी नहीं भूल सकता हूं. सभी शहीदों को नमन करता हूं. भारता माता के वीर सपूतों को नमन करता हूं. मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है.
-रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1999 के कारगिल युद्ध के बहादुरों की याद में लद्दाख के द्रास में बने ‘हट ऑफ रिमेंबरेंस’ संग्रहालय का दौरा किया.
वहीं वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कारगिल विजय दिवस पर द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की. आर्मी एविएशन के तीन चीतल हेलीकॉप्टर द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक के पास से गुजरे और आसमान से फूलों की पंखुड़ियां बरसाईं. 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी जा रही है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कारगिल के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी.
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘कारगिल विजय दिवस करोड़ों देशवासियों के सम्मान के विजय का दिन है. यह सभी पराक्रमी योद्धाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करने का दिन है जिन्होंने आसमान से भी ऊँचे हौसले और पर्वत जैसे फौलादी दृढ़ निश्चय से अपनी मातृभूमि के कण-कण की रक्षा की. भारत माता के वीर सिपाहियों ने अपने त्याग व बलिदान से इस वसुंधरा की न सिर्फ आन, बान और शान को सर्वोच्च रखा बल्कि अपनी विजित परंपराओं को भी जीवंत रखा. कारगिल की दुर्गम पहाड़ियों पर तिरंगा पुनः गर्व से लहरा कर देश की अखंडता को अक्षुण्ण रखने के आपके समर्पण को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से नमन करता हूं.’