सचिन तेंदुलकर ने रोते हुए गांगुली को लगाई डांट, कहा था- खेलना है तो दौड़ लगाओ

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के लिए आज का दिन बेहद खास है. वे 51 साल के हो गए हैं. गांगुली ने क्रिकेट के मैदान पर कई रिकॉर्ड बनाए. उनकी कप्तानी में टीम 2003 में वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची थी. हालांकि टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार मिली थी. गांगुली को करियर के दौरान कई उतार-चढ़ाव भी देखने पड़े. उन्हें टीम इंडिया से बाहर तक होना पड़ा. एक बार उन्हें सचिन तेंदुलकर से डांट खानी पड़ी थी. इतना ही नहीं मास्टर ब्लास्टर ने उन्हें चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर खेलना है, तो मेरा साथ सुबह दौड़ लगानी होगी.

ऑकट्री स्पोर्ट्स पर गौरव कपूर से बात करते हुए सौरव गांगुली ने पिछले दिनों बताया था कि 1997 में हम बारबाडोस में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट में 120 रन चेस नहीं कर सके थे. यह मैच हमें जीतना चाहिए था. हारने के बाद सचिन तेंदुलकर बेहद गुस्से में थे. मैंने पहली बार उसे ड्रेसिंग रूम में रोते हुए देखा था. इसके बाद गुस्सा मेरे ऊपर उतरा. मैच के बाद सचिन तेंदुलकर ने कहा कि अगर रन बनाना है, तो सुबह मेरे साथ दौड़ना. मेरे साथ टीम में रहना है, तो यह करना होगा. हालांकि गांगुली ने माना कि कप्तान को गुस्सा आना सही है.

लारा और सचिन थे आमने-सामने
बारबाडोस में खेले गए टेस्ट की बात करें, तो टीम इंडिया की कमान सचिन तेंदुलकर के पास थी तो वेस्टइंडीज की अगुआई ब्रायन लारा कर रहे थे. मैच में वेस्टइंडीज ने पहले खेलते हुए 298 रन बनाए. जवाब में भारतीय टीम 319 रन बनाने में सफल रही. सचिन तेंदुलकर ने 92 तो राहुल द्रविड़ ने 78 रन बनाए थ. जवाब में वेस्टइंडीज की टीम दूसरी पारी में सिर्फ 140 रन ही बना सकी. इस तरह से भारत को 120 रन का लक्ष्य मिला था, लेकिन टीम 81 रन पर ही सिमट गई. 10 बल्लेबाज दहाई के आंकड़े को नहीं छू सके थे. सचिन ने 4 तो सौरव गांगुली ने 8 रन बनाए.

सौरव गांगुली ने बताया कि सचिन तेंदुलकर काफी मजाकिया भी थे. एक बार उन्होंने मेरे कमरे में पानी भर दिया था. गांगुली ने बताया कि तब मैं लगभग 14 साल का था. इंदौर में नेशनल कैंप लगा हुआ था. वासु सर खूब दौड़ाते थे. इस कारण रविवार को मैं और मेरा दोस्त दोनों दाेपहर को सो रहे थे. उन्होंने बताया कि जब शाम के लगभग 5 बजे नींद खुली तो कमरे में पानी ही पानी था. सूटकेस और जूते तैर रहे थे. मुझे लगा कि अंदर का पाइप फट गया था, लेकिन वहां सब सूखा था.

सौरव गांगुली ने बताया कि जब मैं दरवाजा था तो गेट पर सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली थे. दोनों के हाथ में बाल्टी भी थी. दोनों ने कहा टेनिस बाॅल से खेलने चलो. तब मैंने कहा कि तुम दोनों दरवाजा भी तो खटखटा सकते थे. मालूम हो कि गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष भी रहे. हालांकि इस दौरान उनका और पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली के बीच विवाद भी हुआ.

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