नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर बड़ी खबर आई है। कांग्रेस और आप के बीच दिल्ली-हरियाणा में गठबंधन नहीं होगा. आप के नेता संजय सिंह ने इसकी जानकारी दी है। संजय सिंह ने कहा है कि दिल्ली-हरियाणा में आप अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. संजय सिंह ने इसके अलावा कहा कि कहीं से समझौते की उम्मीद नहीं बन रही है।
आप नेता और राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी को रोकने के लिए हम कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए तैयार थे लेकिन कांग्रेस किसी तरह के गठबंधन के मूड में नहीं है। ये दुख का विषय है कि हमारी कई तरह की कोशिशों के बावजूद कांग्रेस किसी भी तरह के समझौते के लिए तैयार नहीं है।
संजय सिंह ने जानकारी दी कि कांग्रेस से कई बार बात हुई। कल गुलाम नबी आज़ाद से भी बात हुई। हरियाणा मे 6-3-1 के फॉर्मूले पर बात हो रही थी लेकिन आज गुलाम नबी आज़ाद और भूपेंद्र हुड्डा ने साफ इंकार कर दिया। हमारी बात सभी नेताओं से चल रही थी। अहमद पटेल, पीसी चाको, गुलाम नबी आज़ाद सभी से बात हुई लेकिन गठबंधन को लेकर कांग्रेस गंभीर नहीं है। लिहाजा दिल्ली और हरियाणा में हम अपने दम पर पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेंगे।
कई दिनों से अटकलों का बाजार गर्म था कि आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन होने जा रहा है लेकिन इस पर लगातार हां-ना, हां-ना का दौर जारी था। आज भी खबर आई थी कि कांग्रेस और आप के बीच दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़ की 18 सीटों पर गठबंधन को लेकर बात तय हो गई है। इसके तहत कहा जा रहा था कि दिल्ली में कांग्रेस 4 सीटों पर और आप 3 सीटों पर लड़ेगी।
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर सोमवार को अचानक हलचल तेज हो गई थी जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसको लेकर ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन का मतलब बीजेपी का सूपड़ा साफ होना है। यह सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस आप को चार सीटें देने की इच्छुक है।परन्तु केजरीवाल जी ने एक और यूटर्न ले लिया है।”
राहुल के ट्वीट के तुरंत बाद केजरीवाल ने भी जवाबी ट्वीट में कहा कि कौन सा U-टर्न? अभी तो बातचीत चल रही थी। आपका ट्वीट दिखाता है कि गठबंधन आपकी इच्छा नहीं मात्र दिखावा है. मुझे दुःख है आप बयानबाज़ी कर रहे हैं।
हालांकि इसके बाद दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया कि आप ने कांग्रेस से बात करने के लिए संजय सिंह को अधिकृत किया है. राहुल जी भी कांग्रेस की तरफ़ से एक ऐसे व्यक्ति को अधिकृत करें जो ‘आप’ के साथ बैठकर सभी 18 (दिल्ली, हरियाणा और चंडीगढ़) सीटों पर बीजेपी को हराने की रणनीति बना सके।