- 12वीं कक्षा तक के स्टूडेंट्स एसईई लर्निंग कोर्स से ज्ञान प्राप्त कर बनेंगे बेहतर इंसान
- इंसानी मूल्यों की क्षमता को पढ़ाई के माध्यम से लोगों को सिखाने वाला दुनिया में यह पहला कोर्स है।
दिल्ली। गुरु दलाई लामा ने गुरूवार को एसईई लर्निंग (सोशल, इमोशनल, और एथिकल लर्निंग) लांच किया। लांच प्रोग्राम के दौराना गुरु दलाई लामा ने कहा- शांति और अहिंसा की सदी हो 21वीं सदी।
दलाई लामा ट्रस्ट, एमरी यूनिवर्सिटी (अमेरिका) और वाना फाउंडेशन के सौजन्य से आयोजित होने वाले एसईई लर्निंग कोर्स को विश्वस्तर पर लॉन्च किया गया। एसईई का पूरा नाम है सोशल, इमोशनल ऐंड एथिकल लर्निंग।
इसमें दलाई लामा के अलावा कई और नामी हस्तियां भाग लिया। जिनमें लिंडा लांटीरी और किम्बर स्कॉर्ट-रीचेल विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त विशेषज्ञ शामिल हुए। एसईई लर्निंग का पाठ्यक्रम हिंदी, अंग्रेजी, फ्रेंच, रशियन, जर्मन और चीनी समेत 14 भाषाओं में है।
इसमें प्राथमिक कक्षा से लेकर हाई स्कूल तक को कवर करने के लिए चार मॉड्यूल हैं। एसईई लर्निंग शिक्षा संबंधित एक नया कार्यक्रम है जिसे अमेरिका के अटलांटा की एमरी यूनिवर्सिटी ने साइकोलॉजी, शिक्षा और न्यूरोसाइंस के मैदान के विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार किया है।
इसमें दलाई लामा का दर्शन और सहयोग भी शामिल है। इसमें 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई के साथ ही बच्चों को मानवता- मूल्य समझाने की व्यवस्था होगी। पाठ्यक्रम इस तरह तैयार किया गया है कि बच्चों को मानवी मूल्यों के प्रति ज्यादा-से-ज्यादा संवेदनशील बनाया जा सके। हाल के एक अनुसंधान में पता चला था कि इंसानी मूल्यों जैसे दया, सहानुभूति, सहिष्णुता, प्रेम और माफ करने की क्षमता को पढ़ाई के माध्यम से लोगों को सिखाया जा सकता है। यह दुनिया में इस तरह का पहला कोर्स है।