यूनेस्को की मदद से भारतीय शिक्षा का होगा वैश्वीकरण


भारत सरकार भारतीय विश्वविद्यालयों में विदेशी छात्रों के नामांकन को प्रोत्साहित करके शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने का काम कर रही है। भारतीय एवं विदेशी संस्थानों के बीच संयुक्त शोध एवं भारतीय संस्थानों के लिए अंतर्राष्ट्रीय संकाय द्वारा शिक्षण को बढ़ावा देने में अब यूनेस्को भी मददगार होगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने नई दिल्ली में यूनेस्को की महानिदेशक आंद्रे आजोले से मुलाकात की और भारत और यूनेस्को दोनों के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। निशंक यूनेस्को के साथ सहयोग के लिए भारतीय राष्ट्रीय आयोग के प्रमुख हैं।

उन्होंने कहा, “‘भारत डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर नॉलेज शेयरिंग, ऑपरेशन डिजिटल बोर्ड- स्मार्ट क्लासरूम मूक्स पोर्टल स्वयं’ को अन्य सदस्य देशों के साथ साझा कर सकता है, जिन्हें इसकी आवश्यकता है। इसी तरह निष्ठा, लीप और अर्पित जैसी पहल को अन्य सदस्य देशों के साथ साझा किया जा सकता है और इनसे सहयोग किया जा सकता है। अब भारतीय ऑनलाइन पाठ्यक्रमों को विश्व पटल पर पहुंचाने के लिए भी मानव संसाधन विकास मंत्रालय यूनेस्को की मदद लेगा।”

इस मौके पर मंत्रालय के सचिव अमित खरे, सूचना एवं प्रसारण सचिव व यूनेस्को के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “70 करोड़ से अधिक युवाओं के साथ भारत में प्राथमिक, उच्च और तृतीयक- सभी स्तरों पर शिक्षा के मुद्दे यूनेस्को और भारत दोनों के लिए बहुत महत्व रखते हैं।”

पोखरियाल ने बैठक में बताया, “भारत सरकार ने हाल ही में भारत-यूनेस्को सहयोग राष्ट्रीय आयोग का पुनर्गठन किया है। आईएनसीसीयू के तहत पांच उप आयोगों के बीच सहयोग और समन्वित कार्यवाही को बढ़ावा देने पर और यूनेस्को के साथ हमारे जुड़ाव को आगे बढ़ाने के तरीके पर गहन विचार-विमर्श किया गया है।”

पोखरियाल ने कहा, “शैक्षिक मोर्चे एक नई शिक्षा नीति पर काम चल रहा है, जिसे हितधारकों के साथ परामर्श की सबसे बड़ी प्रक्रिया के बाद तैयार किया गया है। यह नीति सतत विकास लक्ष्य-4 को प्राप्त करने की दिशा में हमें काफी आगे ले जाएगी।”

मंत्री ने कहा, “महात्मा गांधी जिन मूल्यों के लिए खड़े थे, वे दुनियाभर में संपोषित और सम्मानित हैं। दुनिया महात्मा गांधी की 150 वीं वर्षगांठ मना रही, यूनेस्को सदस्य देशों में भारत महात्मा गांधी पर संवाद-आधारित और डिजिटल प्रदर्शनी में सहयोग कर सकता है। इसी तरह, सरदार पटेल और गुरु नानक पर प्रदर्शनी अन्य देशों में यूनेस्को द्वारा दिखाई जा सकती है।”

पोखरियाल और आंद्रे अजोले ने अगले 5 साल के लिए महात्मा गांधी शांति और सतत विकास शिक्षण संस्थान को चलाने के लिए संचालक-समझौते पर हस्ताक्षर किए।

यूनेस्को की महानिदेशक अजोले भारत की 3 दिवसीय यात्रा के लिए नई दिल्ली में हैं। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगी।

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