
जनता दल यू के उपाध्यक्ष और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के ट्विट से एक नया विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने ट्विट करके नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध करने के लिए कांग्रेस को धन्यवाद दिया है और साथ ही यह भी दावा कर दिया है कि बिहार में सीएए और एनआरसी लागू नहीं होगा। प्रशांत किशोर के इस ट्विट के बाद भाजपा के नेता उनके ऊपर भड़के हुए हैं।
प्रशांत किशोर ने रविवार को यह ट्विट किया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में नागरिकता कानून और एनआरसी के बहिष्कार के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने इसके लिए राहुल और प्रियंका गांधी को विशेष धन्यवाद भी दिया और साथ ही एक बार फिर भरोसा दिया कि बिहार में सीएए और एनआरसी लागू नहीं होगा।
भाजपा की प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने इस ट्विट के बाद प्रशांत किशोर की आलोचना करते हुए कहा- प्रशांत कई राजनीतिक पार्टियों के लिए सर्वे का काम करते हैं। उनके लिए उनका प्रोफेशन ज्यादा प्यारा है, न कि पार्टी की विचारधारा। ऐसे में प्रशांत को ज्यादा तवज्जो नहीं दिया जाना चाहिए। गौरतलब है कि जदयू ने संसद में सीएए का समर्थन किया था। पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्पष्ट कर चुके हैं कि उनकी पार्टी सीएए के खिलाफ नहीं, एनआरसी के खिलाफ है। फिर भी प्रशांत किशोर का यह बयान अहम माना जा रहा है।
प्रशांत किशोर का बयान इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 16 जनवरी को नागरिकता कानून पर अभियान चलाने खुद बिहार जाने वाले हैं। गौरतलब है कि इन दिनों भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेता बिहार में सीएए और एनआरसी के पक्ष में सभाएं कर रहे हैं।