केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को जैसे ही झारखंड में घोषणा की कि चार महीने के अंदर आसमान को छूता हुआ भव्य राम मंदिर बनने जा रहा है, वैसे ही अयोध्या में खुशी में लहर दौड़ गई।
झारखंड के पाकुड़ में एक रैली में अमित शाह ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला दे दिया है। अब चार महीने के अंदर आसमान को छूता भगवान राम का भव्य मंदिर अयोध्या में बनेगा।”
अमित शाह ने कांग्रेस पर अदालतों में मामला रोककर राम मंदिर को अवरुद्ध करने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस न तो देश को सुरक्षित रख सकती है और न ही अपने नागरिक की भावनाओं का सम्मान कर सकती है।
उन्होंने सवाल किया, “क्या अयोध्या में भगवान राम के लिए भव्य मंदिर नहीं होना चाहिए?” इस पर रैली में मौजूद लोगों ने एक स्वर में कहा ‘हां’।
अयोध्या में राम जन्मभूमि न्यास के प्रमुख महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा, “हमारे लिए इससे ज्यादा खुशी की बात कुछ नहीं हो सकती। हमें खुशी है कि मंदिर निर्माण के लिए समय-सीमा निर्धारित की गई है।”
अन्य संतों ने पहले ही कहा था कि राम मंदिर का निर्माण औपचारिक रूप से राम नवमी के अवसर पर अगले साल अप्रैल में शुरू होगा। यह समयसीमा भी करीब चार महीनों की है।
सुप्रीम कोर्ट ने नौ नवंबर को अपने फैसले में राम मंदिर के लिए विवादित 2.77 एकड़ जमीन सौंप दी। इसके साथ ही अदालत ने आदेश दिया कि एक अन्य स्थान पर पांच एकड़ जमीन मस्जिद बनाने के लिए मुस्लमानों को दी जाए।
कोर्ट ने सरकार को मंदिर निर्माण से पहले ट्रस्ट बनाने के लिए तीन महीने का समय दिया है।