ईरान ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना से जुड़ने में रुचि दिखाई


ईरान ने विवादास्पद चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना (सीपीईसी) से जुड़ने में रुचि दिखाई है। चीन प्रायोजित करीब 60 अरब डालर की यह परियोजना पहले चरण के कई काम पूरे कर अब अपने दूसरे चरण में प्रवेश कर चुकी है।

पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के लिए ईरान के कामर्शियल अताशे मोराद नेमती जरगरान ने शनिवार को कराची चेंबर आफ कामर्स एंड इंटस्ट्री (केसीसीआई) में एक कार्यक्रम में कहा कि सीपीईसी जरूरी है और इसने पाकिस्तान और ईरान के लिए कई संभावनाओं के द्वार खोले हैं।

गौरतलब है कि सीपीईसी का एक बड़ा हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है और भारत ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई हुई है। भारत का कहना है कि पाकिस्तान के कब्जे में जो कश्मीर है, वह उसी का हिस्सा है और इसमें इस तरह की परियोजना पर अमल गलत है।

जरगरान ने कहा कि दोनों देशों के व्यापारिक समुदाय को अधिक संपर्क में रहना चाहिए और द्विपक्षीय व्यापारिक संबंध मजबूत करने चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

कार्यक्रम में उद्योग और कारोबार जगत के लोगों ने इस बात को जोर देकर उठाया कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार बहुत कम है और इसे बढ़ाने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।

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