कांग्रेस महासचिव एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा अपने दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को लखनऊ पहुंचीं। उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और राष्ट्रीय छात्र संगठनों के साथ ताबड़तोड़ बैठकें की और निर्देश दिया कि महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जाए। पहले चरण की बैठक के बाद पूर्व राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला ने पत्रकारों को बताया कि पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका ने दो मुद्दों को लेकर बैठक की है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की बिगड़ी हुई कानून-व्यवस्था पर चिंता जताई और कहा कि प्रदेश में महिलाओं के साथ अपराध की घटनाएं रोज हो रही हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने तय किया कि महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जाएगा। साथ ही 14 दिसंबर को दिल्ली में होने जा रही पार्टी की ‘भारत बचाओ’ रैली की तैयारियों की समीक्षा की गई।
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने बताया कि प्रियंका ने यूपी की सक्रिय और निष्क्रिय जिला कमेटियों के बारे में रिपोर्ट मांगी और कहा कि सभी जिला कमेटियों को सक्रिय करना है। संगठन प्रदेश के लिए अलग से कार्यक्रम बनाएगा।
प्रियंका शुक्रवार को लखनऊ एयरपोर्ट पर विमान से उतरने के बाद सबसे पहले अपनी रिश्तेदार व पूर्व केंद्रीय मंत्री शीला कौल के आवास पर गईं। यहां कुछ देर ठहरने के बाद वह सीधे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय पहुंचीं। यहां पर उन्होंने परिनिर्वाण दिवस पर बाबा साहेब डॉ़ भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय में बैठकों का दौर शुरू हो गया।
प्रियंका की अध्यक्षता में रणनीति समिति की बैठक हुई। इसमें 14 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली रैली की तैयारियों की समीक्षा की गई। साथ ही प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था पर चर्चा की गई। मैनपुरी, उन्नाव, रायबरेली और संभल में हुई घटनाओं पर विशेष चर्चा चली।
बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, नेता विधानमंडल आराधना मिश्रा, पार्टी नेता जितिन प्रसाद, इमरान मसूद, प्रदीप जैन आदित्य, ब्रजलाल खबरी, राजीव शुक्ला, के.एल. शर्मा, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, राजा रामपाल, ब्रज किशोर और आर.के. चौधरी मौजूद रहे।