
उत्तर प्रदेश कांग्रेस में युवाओं को ज्यादा तरजीह मिलती देखकर वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी से दूरी बनाना शुरू कर दिया है। सलमान खुर्शीद, निर्मल खत्री, श्रीप्रकाश जायसवाल, आर.पी.एन.सिंह, अरुण कुमार सिंह मुन्ना और राज बब्बर जैसे वरिष्ठ नेता इधर कई हफ्तों से पार्टी के प्रदेश कार्यालय में नहीं गए हैं और न ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने उन्हें विश्वास में लेने का प्रयास किया है।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “लल्लू इस समय प्रियंका गांधी वाड्रा के चहेते हैं, जिन्हें पार्टी के आयोजनों में वरिष्ठों की मौजूदगी जरूरी नहीं लगती। यही वजह है कि एक के बाद एक वरिष्ठ नेता कांग्रेस छोड़ रहे हैं और ऐसे में लल्लू जल्द ही खुद को अकेला पाएंगे।”
कांग्रेस आर्थिक मंदी के खिलाफ 10 दिनी प्रचार अभियान चलाने वाली है, जिसमें उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की भागीदारी की कम ही संभावना है।
पूर्व मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता अम्मार रिजवी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं की सूची में सबसे बाद में जुड़े हैं।