ईरान ने परमाणु सौदे के बचाव में यूरोप की इच्छाशक्ति पर सवाल उठाए


ईरान के राष्ट्रपति ने 2015 के परमाणु समझौते (जेसीपीओए) को बचाने को लेकर यूरोपीय देशों की इच्छाशक्ति पर सवाल उठाए और कहा कि अगर हालात नहीं बदलते हैं तो इस्लामिक राष्ट्र सौदे के तहत अपने दायित्वों से पीछे हटना जारी रखेगा। समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूयॉर्क में गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर एक संवाददाता सम्मेलन में हसन रूहानी ने अमेरिका के हटने के बाद समझौते की रक्षा के लिए यूरोप पर वादा नहीं पूरा करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि अगर यूरोपीय देश समझौते के अपने वादे को कायम नहीं रखते तो ईरान परमाणु गतिविधियों से परे जाएगा।

उन्होंने कहा, “जेसीपीओए से संयुक्त राज्य अमेरिका के एकतरफा बाहर निकलने के बाद, शेष पार्टियों (चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और जर्मनी) ने विभिन्न स्तरों पर बैठकें कीं और हमसे वादा किया कि वे अमेरिका के सौदे से बाहर निकलने के नुकसान को भरने में समर्थ हैं।”

इसे शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *