उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि आईआईएम-लखनऊ की मदद से उन्होंने राज्य के लिए 10 खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करने की योजना बनाई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘मंथन’ के दूसरे संस्करण में बोल रहे थे। मंथन एक नेतृत्व विकास कार्यक्रम है, जिससे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) के वरिष्ठ संकाय द्वारा मुख्यमंत्री, उनके सहयोगी मंत्रियों व वरिष्ठ नौकरशाहों के लिए चलाया जा रहा है।
आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में कहा, “मुझे भरोसा है कि जब आईआईएम जैसे संस्थान सरकार के साथ हाथ मिलाते हैं और कार्यक्रमों को आगे बढ़ाते हैं तो हम अच्छे परिणाम देने में समर्थ होंगे।”
उन्होंने कहा, “इस कार्यक्रम के जरिए हम उत्तर प्रदेश के लोगों को सुशासन व विकास देने में समर्थ होंगे और हजार अरब की अर्थव्यवस्था के आंकड़े पर भी पहुंचेंगे। यह टीम कार्य और पहल हमें बताती है कि कैसे हम राज्य के विकास के लिए एक टीम की तरह कार्य करते हैं, परिणाम देते हैं और लक्ष्य हासिल करते हैं। मेरा मानना है कि इससे राज्य के सुशासन व विकास के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरे रविवार को अपने कैबिनेट मंत्रियों व सेक्रेटरी रैंक के आईएएस अधिकारियों के साथ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) में नेतृत्व विकास के एक दिवसीय सत्र में भाग लिया।
तीन भागों के कार्यक्रम का यह दूसरा भाग है, जिसमें मंत्री व नौकरशाह, प्रबंधन कौशल सीखने के लिए भाग ले रहे हैं।
आदित्यनाथ ने कहा कि इस तरह के मंथन से राज्य में विकास के लिए रोडमैप तैयार करने व सुशासन में मदद मिलेगी।