रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम ने सीरीज के 5वें और आखिरी टेस्ट मैच में इंग्लैंड को पारी और 64 रन से हरा दिया. इसके साथ भारत ने सीरीज पर 4-1 से कब्जा कर लिया. भारत की अपने घर में यह लगातार 17वीं टेस्ट सीरीज जीत है. धर्मशाला टेस्ट मैच जीतने के साथ भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट में अपने नाम एक यूनिक रिकॉर्ड कायम किया. 1932 में अपना पहला टेस्ट मैच खेलने वाली भारतीय टीम का पहली बार जीत हार का अनुपात एक समान हुआ है. धर्मशाला टेस्ट मैच से पहले भारत का हार की संख्या जीत से ज्यादा थी.
92 साल के अपने टेस्ट इतिहास में भारत (India cricket team) ने 579 टेस्ट मैच खेले हैं जहां उसे 178 में जीत मिली है जबकि इतने ही मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा है. एक टेस्ट टाई रहा है जबकि 222 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे हैं. भारत की यह घरेलू सरजमीं पर 118वीं टेस्ट जीत रही. टीम इंडिया ने अपने घर में 289 टेस्ट खेले हैं. साल 2015 से भारत का जीत हार का अनुपात 2.545 रहा है. टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और पाकिस्तान ही 4 टीमें ऐसी हैं जिनके नाम हार की तुलना में जीत ज्यादा है.
ऑस्ट्रेलिया को हार से ज्यादा जीत नसीब हुई है
ऑस्ट्रेलिया ने 413 टेस्ट जीते हैं जबकि 232 में उसे हार मिली है वहीं इंग्लैंड के नाम 392 जीत, 324 हार, साउथ अफ्रीका के नाम 178 जीत और 161 हार जबकि पाकिस्तान के नाम 148 जीत व 142 हार मिली है. टीम इंडिया जीत हार का अनुपात तो बराबर कर लिया है अब उसकी नजर जीत के अनुपात को बढ़ाने की होगी. भारत ने 1932 से 2000 तक 336 टेस्ट खेले जिसमें उसे 63 में जीत मिली . 112 टेस्ट टीम इंडिया ने गंवाए. एक टेस्ट टाई रहा वहीं 160 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे.
भारत ने आखिरी बार घर में 2012 में टेस्ट सीरीज गंवाई
टीम इंडिया ने अपने घर में आखिरी बार 2012 में टेस्ट सीरीज गंवाई थी. तब इंग्लैंड ने भारत को हराया था. उसके बाद से टीम इंडिया को उसके घर में कोई टीम टेस्ट सीरीज में नहीं हरा पाई है. भारत ने अपने घर पर पिछले 51 टेस्ट में से 39 में जीत दर्ज किया है वहीं 7 टेस्ट ड्रॉ रहे जबकि 4 टेस्ट में हार मिली. मौजूदा टेस्ट सीरीज में भारत ने पहला मैच गंवाने के बाद जबरदस्त वापसी करते हुए इंग्लैंड को चारों खाने चित किया. पिछले 112 साल मे इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई टीम सीरीज का पहला टेस्ट हारकर बाकी के चारों मैच जीती हो.