राजधानी के स्कूलों में बड़ी संख्या में बम के ईमेल के मामले में गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट में अपना जवाब दाखिल किया. पुलिस ने कोर्ट को अपनी स्टेटस रिपोर्ट में बताया कि राजधानी में 4,600 से अधिक स्कूल हैं. जबकि उनके पास कुल पांच बम निरोधक दस्ते (BDS) और 18 बम डिटेक्शन टीम हैं. दिल्ली पुलिस ने कहा कि उन्होंने स्कूलों में बम की धमकियों से निपटने के लिए पिछले साल दिशानिर्देश जारी किए थे और बम की धमकी के मामले में बीडीएस की तैनाती के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति का आदेश भी जारी किया गया है.
दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया कि इस साल 1 जनवरी 2023 से 6 मई के बीच स्कूलों में 120 मॉक ड्रिल आयोजित की गईं. इससे पहले, न्यायमूर्ति सुब्रमण्यम प्रसाद ने पुलिस से यह सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों का विवरण देने को कहा था कि बम की धमकी के मामले में स्कूली बच्चों को बिना घबराए और माता-पिता पर कम से कम निर्भरता के साथ सुरक्षित निकाला जाए. इसने प्रत्येक जोन में स्कूलों की संख्या, प्रत्येक जोन में संबंधित नोडल प्राधिकरण, मॉक ड्रिल की संख्या आदि पर डेटा भी मांगा था.
किस जिले में कितने स्कूलों पर BDS?
याचिकाकर्ता अर्पित भार्गव ने 2023 में दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस), मथुरा रोड पर बम की झूठी धमकी के मद्देनजर याचिका दायर की थी. पुलिस ने कहा कि एक-एक बम निरोधक दस्ता मध्य, पूर्व, नई दिल्ली और दक्षिण रेंज में स्थित है, जिसके अंतर्गत क्रमशः 1764, 1032, 76, 1762 स्कूल आते हैं. रेलवे और मेट्रो यूनिट रेंज के पास एक दस्ता है. कहा गया कि “18 बम डिटेक्शन टीमें (BDT) हैं, सभी 15 जिलों में एक-एक और आईजीआई हवाईअड्डे, रेलवे यूनिट और मेट्रो यूनिट के लिए एक-एक तैनात है. बीडीटी के लिए रिपोर्टिंग प्राधिकारी संबंधित जिला डीसीपी या यूनिट डीसीपी है. मॉक की संख्या 120 है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 01.01.2023 से 06.05.2024 तक स्कूलों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई.