टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ रांची में खेले जाने वाले चौथे टेस्ट मैच में नहीं खेलेंगे. वर्कलोड मैनेज के तहत बुमराह को रांची टेस्ट से आराम दिया गया है. मौजूदा सीरीज के शुरुआती 3 टेस्ट मैचों में बुमराह ने सबसे ज्यादा 17 विकेट चटकाए हैं. भारतीय पिचों पर बुमराह ने मौजूदा सीरीज में अभी तक जिस तरह से गेंदबाजी की है, उसकी सभी तारीफ कर रहे हैं. टीम के युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल का कहना है कि भले पिचें भारतीय तेज गेंदबाजों के पूरी तरह से पक्ष में नहीं रही हों लेकिन महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट झटकने की उनकी काबिलियत ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में काफी अंतर पैदा किया.
आर अश्विन (11 विकेट), रविंद्र जडेजा (12 विकेट), कुलदीप यादव (आठ विकेट) और अक्षर पटेल (पांच विकेट) इन सभी चार स्पिनरों ने मिलकर तीन टेस्ट में 36 विकेट चटकाए हैं लेकिन भारतीय तेज गेंदबाज अभी तक 22 विकेट हासिल कर पाए हैं. हालांकि विकेटों की संख्या भले ही स्पिनरों के पक्ष में हो लेकिन गिल ने कहा कि तेज गेंदबाजों ने परिस्थितियों के अनुसार अच्छी गेंदबाजी कर टीम को आगे बनाए रखा.
‘तेज गेंदबाजों ने सीरीज में अंतर पैदा की’
शुभमन गिल (Shubman Gill) ने बुधवार को कहा, ‘हम भारत में जहां खेलें, विकेट स्पिनरों को थोड़ा मदद करते हैं. एश (अश्विन) भाई और जड्डू (जडेजा) भाई वैसे भी विकेट ले ही लेंगे लेकिन जिस तरह से हमारे तेज गेंदबाजों ने गेंदबाजी की है, उससे इस श्रृंखला में अंतर पैदा हुआ है.’गिल ने कहा कि अन्य तेज गेंदबाजों को पास भी इन हालात का काफी अनुभव है जिससे वे प्रभाव डाल सकते हैं जिसके लिए उन्होंने मोहम्मद सिराज का उदाहरण दिया जिन्होंने राजकोट में चार विकेट झटके थे.
‘विराट और बुमराह जैसे खिलाड़ियों की कमी किसी भी टीम को खलेगी’
शुभमन गिल ने कहा, ‘जैसा कि मैंने विराट भाई के बारे में कहा है, अगर ‘बूम’ भाई जैसा गेंदबाज नहीं खेल रहा है तो किसी भी टीम को उसकी कमी खलेगी, विशेषकर तब जब वह हमारे तेज गेंदबाजी आक्रमण का अगुआ हो. लेकिन अगर आप देखें तो सिराज ने पिछले मैच में अहम मौके पर चार विकेट लिए थे. इसलिए मुझे लगता है कि सभी तेज गेंदबाजों के पास भारतीय परिस्थितियों का काफी अनुभव है, विशेषकर रिवर्स स्विंग गेंदबाजी की.’ रांची टेस्ट मैच में विकेट स्पिनरों के मुफीद हो सकती है.