
दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर खासी सक्रियता दिखाने वाले भाजपा के नेता नतीजे आने के बाद खामोश दिख रहे हैं।
हार के बाद दिल्ली की जनता और कार्यकर्ताओं के नाम संदेश जारी करने के बाद कई नेता चुप हैं। उनके ट्विटर पर भी गतिविधि नहीं दिख रही है। नहीं तो इससे पहले हर दिन कई-कई ट्वीट करते थे। भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी के ट्विटर हैंडल से 11 फरवरी के बाद से कोई ट्वीट नहीं हुआ है। नतीजों के अगले दिन यानी बुधवार को उन्होंने एक भी ट्वीट या रिट्वीट नहीं किया है। उन्होंने नतीजों के बाद किए आखिरी ट्वीट में कहा था, “दिल्ली के सभी मतदाताओं का धन्यवाद। सभी कार्यकर्ताओं को उनके कठिन परिश्रम के लिए साधुवाद..दिल्ली की जनता का जनादेश सिर माथे पर.. अरविंद केजरीवाल को बहुत बधाई।”
वहीं सांसद प्रवेश वर्मा ने भी मंगलवार को नतीजों के बाद कार्यकर्ताओं को ट्वीट कर एक संदेश दिया, इसके बाद से कोई ट्वीट नहीं किया है। उन्होंने अपने आखिरी ट्वीट में कहा, “दो सीट से 303 सीट के अपने सफर में, हम भारतीय जनता पार्टी के कार्यकताओं ने यह सीखा है कि हार जीत हमारे प्रयास और पुरुषार्थ को मात नहीं दे सकती। जनता सर्वोपरि है और देश की सेवा करना ही हमारा उद्धेश्य है। हम सब मिलकर देश और दिल्ली के लिए निरंतर परिश्रम करते रहेंगे।”
सांसद गौतम गंभीर ने भी 11 फरवरी को आए नतीजों के बाद से अब तक एक भी ट्वीट नहीं किया है। उनके टाइमलाइन पर मौजूद आखिरी ट्वीट में कहा गया है, “हार जाने में और हार मान लेने में जमीन आसमान का फर्क है! हम हारे जरूर हैं लेकिन हमने हार नहीं मानी! हम दिल्ली को सक्षम बनाना चाहते हैं लाचार नहीं और उसके लिए हम दिन रात मेहनत करेंगे। मैं भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं का दिल से धन्यवाद करता हूं जो हमें 33 से 40 प्रतिशत वोट तक ले आए।”