सूरत : मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हुई

गुजरात के सूरत में एक कोचिंग संस्थान में शुक्रवार को आग लग जाने से अब तक 23 छात्रों की मौत की खबर सामने आई है। इसके अलावा 16 छात्र घायल हैं। पुलिस ने कहा कि चार मंजिली इमारत में कई और लोगों के फंसे होने की आशंका है। जिस समय इस इमारत में आग लगी उस वक्त कॉम्प्लेक्स के दूसरे तरह कोचिंग क्लास चल रही थी। मरने वालों में ज्यादातर छात्र हैं। सूरत के पुलिस कमिश्नर का कहना है कि मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है। फिलहाल खबर आ रही है बिल्डिंग में लगी आग पर काबू पा लिया गया है।

सूरत हादसे के संबंध में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि तक्षशिला कॉम्पलेक्स में फायर सेफ्टी अलार्म के न होने की जानकारी सबको थी। इसका अर्थ ये है कि कहीं न कहीं यह लापरवाही का मामला नजर आ रहा है।

मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी अस्पताल पहुंचे और उन्होंने कहा है कि अगर घायलों को इलाज के लिए दिल्ली भी लाने की जरूरत पड़ी तो उनका इलाज वहां मुफ्त में कराया जाएगा। अहमदाबाद नगर निगम ने सूरत आग के बाद फिलहाल के लिए सभी कोचिंग संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी किया है। स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने कहा कि मैंने एम्स नई दिल्ली से सभी जरूरी इंतजाम तैयार रखने की सलाह दी है। ट्रॉमा एंड बर्न की डॉक्टरों की एक टीम गठित की गई है जिन्हें अलर्ट पर रखा गया है।

अहमदाबाद के अलावा राजकोट और वड़ोदरा में सभी कोचिंग संस्थानों को बंद करने के आदेश जारी किए है। अहमदाबाद नगर निगम आयुक्त विजय नेहरा ने कहा है कि जब तब आग लगने की घटना पर काबू नहीं पाया जाता तब तक कोचिंग को बंद रखा जाए।

इस बीच घायलों के इलाज के लिए खून की जरूरत पूरी करने के लिए भी सोशल मीडिया पर मदद की मांग की गई है। इस बारे में क्रिकेटर युसूफ पठान ने भी ट्वीट कर लोगों से मदद की गुजारिश की है।

आग लगने का प्राथमिक कारण इलेक्ट्रिक बॉक्स में शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। बिल्डिंग में सेफ्टी नॉर्म्स नहीं होने पर नोटिस जारी किया गया है। बिल्डिंग में सीढ़ियां लकड़ियों की बनाई गई थी जिससे आग काफी तेजी से लग गई। कोचिंग क्लास के कमरों से 12 छात्रों के शव बरामद किए गए हैं जिनकी मौत दम घुटने और जलने के कारण हुई थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया, “सूरत में आग की घटना दुखदायी है। मेरी संवेदना पीड़ित परिवारों के साथ है। घायल तत्काल स्वस्थ हों। घायलों को तत्काल मदद के लिए गुजरात सरकार और स्थानीय प्रशासन से हरसंभव सहायता करने के लिए कहा है।”

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