केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को डीएमके और उनके ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस के नेताओं पर ‘सनातन धर्म’ को खत्म करने की बात करने का आरोप लगाया. इस दौरान उन्होंने ‘हिंदू संगठनों की तुलना प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से करने’ को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि डीएमके चीफ एमके स्टालिन के मंत्री बेटे (उदयनिधि स्टालिन) की सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी दिखाती है कि विपक्षी गुट ‘इंडिया’ ‘हिंदुत्व से नफरत करता है’. उन्होंने कहा कि यह ‘हमारी विरासत पर हमला’ है.
अमित शाह राजस्थान के डुंगरपुर के बेणेश्वर धाम में बीजेपी की परिवर्तन यात्रा के शुभारंभ के अवसर पर बोल रहे थे. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी इंडिया ब्लॉक की ‘वोट बैंक और तुष्टीकरण’ की रणनीति का हिस्सा है.
द्रमुक और कांग्रेस नेता वोट के लिए सनातन का अपमान करते हैं
गृह मंत्री की यह टिप्पणी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि की टिप्पणी को लेकर उठे विवाद के बीच आई है. स्टालिन ने सनातन धर्म को समानता एवं सामाजिक न्याय के खिलाफ बताते हुए कहा कि इसे समाप्त किया जाना चाहिए. डीएमके नेता के इस बयान पर पलटवार करते हुए अमित शाह ने कहा, ‘पिछले दो दिनों से, ‘इंडिया’ गठबंधन ‘सनातन धर्म’ का अपमान कर रहा है. द्रमुक और कांग्रेस के नेता सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए ‘सनातन धर्म’ को ख़त्म करने की बात कर रहे हैं. यह पहली बार नहीं है कि उन्होंने हमारे ‘सनातन धर्म’ का अपमान किया है.’
राहुल पर साधा निशाना
विपक्षी गठबंधन को ‘घमंडिया गठबंधन’ बताते हुए अमित शाह ने कहा कि गठबंधन वोट बैंक की राजनीति के लिए किसी भी हद तक जा सकता है, लेकिन वे जितना सनातन (धर्म) के खिलाफ बात करेंगे, उतना ही कम नजर आएंगे. उन्होंने कहा, ‘वे कहते हैं कि अगर मोदी जीत गए तो सनातन शासन आ जाएगा. सनातन लोगों के दिलों पर राज कर रहा है. मोदी ने कहा है कि देश संविधान के आधार पर चलेगा. मोदी ने देश को सुरक्षित करने के लिए काम किया है.’
इस टिप्पणी पर हुई आलोचना
तमिलनाडु प्रगतिशील लेखक एवं कलाकार संघ की शनिवार को चेन्नई में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया, और डेंगू वायरस एवं मच्छरों से होने वाले बुखार से करते हुए कहा कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए बल्कि नष्ट कर देना चाहिए.
टिप्पणी के बाद गरमाई सियासत
जैसे ही यह टिप्पणी वायरल हुई, भाजपा नेताओं ने उदयनिधि स्टालिन की आलोचना की और सवाल किया कि ‘क्या I.N.D.I.A के सभी सदस्य द्रमुक नेता की बात से सहमत हैं…?’ आलोचना का जवाब देते हुए, स्टालिन ने कहा है कि सनातन धर्म ‘एक सिद्धांत है जो लोगों को जाति और धर्म के नाम पर विभाजित करता है’.
अन्नामलाई ने दिया जवाब
डीएमके नेता की टिप्पणी पर तीखा जवाब देते हुए अन्नामलाई ने एक्स पर उनके आधिकारिक हैंडल पर पोस्ट किया, ‘गोपालपुरम परिवार का एकमात्र संकल्प राज्य जीडीपी से परे संपत्ति जमा करना है. थिरु उदयस्टालिन, आप, आपके पिता, या उसके या आपके पास कोई खरीदा हुआ विचार है. ईसाई मिशनरियों से खरीदा हुआ विचार है और उन मिशनरियों का विचार अपनी दुर्भावनापूर्ण विचारधारा को दोहराने के लिए आप जैसे *** को विकसित करना था.’