कोलंबो। ईस्टर की प्रार्थना के दौरान रविवार सुबह श्रीलंका छह सिलसिलेवार धमाकों और दो आत्मघाती हमलों से दहल उठा। राजधानी कोलंबो के अलावा तटीय शहर नेगेंबो और बट्टिकलोआ में हुए कुल आठ धमाकों में 207 लोगों की मौत हो गई, जबकि 500 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं। मरने वाले वालों में महिलाएं, बच्चे और 11 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मरने वाले वालों में महिलाएं, बच्चे और 11 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। स्थानीय लोगों के अलावा भारत, पाकिस्तान, अमेरिका, मोरक्को और बांग्लादेश के नागरिक भी घायल हुए हैं। 2009 में लिट्टे के खात्मे के बाद श्रीलंका के इतिहास में यह अब तक का सबसे बड़ा हमला है। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाल सिरिसेना ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
तीन चर्च, तीन पांच सितारा होटलों और एक गेस्ट हाउस में हुए इन धमाकों की अब तक किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन शक की सुई नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) पर है, जो इस्लामिक स्टेट (आईएस) का मॉड्यूल माना जाता है। पुलिस का कहना है कि गेस्ट हाउस और होटल द सिनामोन ग्रांड में हुआ हमला आत्मघाती था। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अगले आदेश तक श्रीलंका में शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। साथ ही सोशल मीडिया को अस्थायी तौर पर बैन कर दिया गया है।
पुलिस प्रवक्ता रूआन गुनासेकरा ने बताया कि पहला विस्फोट कोलंबो के सेंट एंथोनी और इसके बाद नेगेंबो के सेंट सेबेस्टियन चर्च में हुआ। कुछ देर बाद पूर्वी शहर बट्टिकलोआ के एक चर्च में विस्फोट हुआ। चर्च के अलावा कोलंबो के पांच सितारा होटलों शंगरीला, द सिनामोन ग्रांड और द किंग्सबरी को भी निशाना बनाया गया। धमाकों के बाद पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। इसके अलावा तमाम एयरपोर्ट, सार्वजनिक प्रतिष्ठानों और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एहतियात के तौर पर मंगलवार तक स्कूल और कालेजों को भी बंद रखा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका में हुए बम धमाकों की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाल सिरिसेना और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे से फोन पर बात की और गहरी संवेदना जताई। पीएम ने कहा कि हमारे क्षेत्र में इस तरह की बर्बरता के लिए कोई स्थान नहीं है। भारत संकट की इस घड़ी में श्रीलंका और वहां के लोगों के साथ खड़ा है। हम श्रीलंका की हर संभव मदद के लिए तैयार हैं।
बताया जा रहा है कि धमाके श्रीलंका समयानुसार सुबह 8.45 पर हुए। एक विस्फोट राजधानी कोलंबो के कोचचिकड़े में स्थित सेंट एंथोनी चर्च में हुआ। दूसरा धमाका नेगोंबो के कटुवापिटीया चर्च में और तीसरा धमाका बट्टीकलाओ चर्च में हुआ है। इसके अलावा राजधानी कोलंबो के पांच सितारा होटल शंगरी-ला होटल, सिनेमन ग्रांड और किंग्सबरी में भी धमाके हुए हैं।
श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने अपने नागरिकों की सहायता के लिए पांच हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। 94777903082, 94112422788, 94112422789, 94777902082, 94772234176
10 साल पहले…लिट्टे हमले में 120 की हुई थी मौत
इससे पहले जून, 2008 में कोलंबो में यात्रियों से दो भरी बसों में हुए बम धमाकों में 22 लोग मारे गए थे और 100 से ज्यादा जख्मी हुए थे। इसके बाद कई दिनों तक कोलंबो में बम हमले हुए थे, जिनमें आम नागरिकों को निशाना बनाया गया था। अगले साल ट्रेन और बसों में हुए धमाकों में 120 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।