
भारतीय राजनीति और महाराष्ट्र के इतिहास में सोमवार को एक अभूतपूर्व अध्याय जुड़ता देखा गया। संख्या बल दिखाने के लिए अब तक राज्यपाल के सामने विधायकों की परेड होती रही है, लेकिन यहां शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस ने संयुक्त रूप से सोमवार को अपने 162 विधायकों की सार्वजनिक परेड आयोजित की।
ऐसा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व उसके सहयोगी राकांपा के अजित पवार गुट के 170 विधायकों का संख्या बल होने के दावे को ‘झूठा’ साबित करने के लिए किया गया। यह परेड सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार की सुबह इन पार्टियों की याचिका पर सुनवाई से महज 12 घंटे पहले की गई। सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में शनिवार की सुबह आठ बजे बिना पूर्व सूचना के देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री व अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाए जाने को चुनौती दी गई है। फडणवीस व पवार के शपथ ग्रहण के बाद से राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं।
162 विधायकों की परेड के दौरान ‘महा विकास अगाडी’ में शामिल शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के प्रमुख नेता शरद पवार, सुप्रिया सुले, संजय राउत, अशोक चव्हाण, नवाब मलिक, जितेंद्र अहवद, आदित्य ठाकरे और अन्य मौजूद रहे। नवगठित सरकार के बहुमत के दावे के खिलाफ एकजुटता दिखाने के लिए परेड के बाद संयुक्त फोटो-सेशन भी हुआ। इससे एक दिन पहले तीनों पार्टियों के नवनिर्वाचित विधायकों का परस्पर परिचय कराया गया था।