
क्रिकेट इतिहास में पहली बार विश्व चैंपियन बनने पर कई दिग्गज क्रिकेटरों ने इंग्लैंड (England) टीम को बधाई दी है. मेजबान इंग्लैंड (England) ने आईसीसी विश्व कप (World Cup)-2019 के फाइनल में न्यूजीलैंड को सुपर ओवर में भी मैच टाई रहने के बाद ज्यादा बाउंड्री के आधार पर हराकर विश्व विजेता बनने का तमगा हासिल किया. विश्व कप (World Cup) में इस जीत के साथ इंग्लैंड (England) की टीम ने एक खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. इंग्लैंड (England) दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है जिसके नाम खेल के तीन बड़े विश्व कप (World Cup) हो गए हैं. इंग्लैंड (England) रग्बी, फुटबॉल और क्रिकेट में विश्व कप (World Cup) जीतने वाला पहला देश बन गया है.
1966 में पहली बार इंग्लैंड (England) की टीम ने वेस्ट जर्मनी को 4-2 से हराकर अपना पहला और इकलौता फुटबॉल विश्व कप (World Cup) जीता. इसके बाद 2003 में इंग्लैंड (England) रग्बी में विश्व चैंपियन बना. इंग्लैंड (England) ने ऑस्ट्रेलिया को 20-17 से हराकर जीत हासिल की, इतना ही नहीं 1966 के बाद यह पहली बार था जब इंग्लैंड (England) ने कोई विश्व कप (World Cup) का खिताब जीता.
अब रविवार को लॉडर्स के मैदान पर इंग्लैंड (England) ने बेहद नाटकीय अंदाज में क्रिकेट का विश्व चैंपियन बनने का सपना 44 साल बाद पूर कर लिया है. इंग्लैंड (England) ने आईसीसी विश्व कप (World Cup)-2019 के फाइनल में न्यूजीलैंड को सुपर ओवर से मात दे पहली बार विश्व विजेता का तमगा हासिल किया है और इतिहास रचा.
यह मैच हर मायने में ऐतिहासिक रहा. इंग्लैंड (England) को जीतने के लिए न्यूजीलैंड से 242 रनों की चुनौती मिली थी, लेकिन बेन स्टोक्स की नाबाद 84 और जोस बटलर की 59 रनों की पारियों के बाद भी इंग्लैंड (England) 50 ओवरों में 241 रनों पर ऑल आउट हो गई और दोनों टीमों का स्कोर टाई रहा.
मैच सुपर ओवर में गया. यह विश्व कप (World Cup) का पहला फाइनल था जो सुपर ओवर में गया. और यहीं मैच का असल रोमांच और नाटक शुरू हुआ. इंग्लैंड (England) ने सुपर ओवर में 15 रन बनाए और कीवी टीम के सामने 16 रनों का लक्ष्य रखा. सुपर ओवर में न्यूजीलैंड जीतती दिख रही थी. उसे आखिरी गेंद पर दो रन चाहिए थे लेकिन बना एक रन और स्कोर बराबर हो गया. ऐसे में इंग्लैंड (England) को इस मैच में न्यूजीलैंड से ज्यादा बाउंड्रीज लगाने के कारण जीत मिली.
इससे पहले इंग्लैंड (England) की महिला टीम ने 2017 में लॉर्डस के मैदान पर विश्व कप (World Cup) का खिताब जीता था.