विराट कोहली तकनीक की बजाय एक बल्लेबाज के रूप में नए स्ट्रोक सीखने को अधिक महत्वपूर्ण मानते हैं. 35 साल के कोहली ने पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ के खिलाफ लगातार 2 छक्के लगाकर अपने शॉट की विविधता का शानदार नमूना पेश किया था. वर्ल्ड कप 2023 की बात करें, तो कोहली ने अब तक 8 पारियों में 109 की औसत से 543 रन बनाए हैं. 2 शतक और 4 अर्धशतक लगाया है. वे वनडे में सचिन तेंदुलकर के 49 शतक के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर चुके हैं. टूर्नामेंट में टीम इंडिया लगातार 8 जीत के साथ सेमीफाइनल में पहुंच गई है. टीम राउंड रॉबिन के अपने अंतिम मैच में 12 नवंबर को नीदरलैंड्स के खिलाफ उतरेगी.
विराट कोहली ने स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए हारिस रऊफ के छक्के को लेकर कहा, मैंने इसे कई बार देखा है. लेकिन मैच के बीच की ये छोटी-छोटी चीजें आपके लिए बहुत खास हैं, क्योंकि जाहिर है आपने इन पलों को जी तो लिया है, लेकिन आप शायद इसे फिर ना देखें. उन्होंने कहा कि मैच के दौरान मैं थोड़ा नर्वस था. लेकिन तब से आज तक मुझे नहीं पता कि मैंने उस को शॉट कैसे खेला, लेकिन यह हुआ जरूर. मौजूदा वर्ल्ड कप में भी टीम इंडिया ने पाकिस्तान पर 7 विकेट से आसान जीत दर्ज की.
विराट कोहली ने अपनी बल्लेबाजी को लेकर कहा कि एक चीज तकनीक और कौशल का अभ्यास है. यह एक ऐसी चीज है, जहां आप तकनीक के बारे में सोचते हैं, जिसका उपयोग आप मैच जीतने के लिए कर सकते हैं या यह सोचकर उसे अपनाते हैं कि अगर मैं इस तरह से खेलता हूं, तो सुधार जरूर होगा. बल्लेबाजी में सुधार के लिए बहुत से लोग इस बात के बारे में नहीं जानते हैं.
उन्होंने कहा कि सुधार तब होता है, जब आप यह सोचते हैं कि मैच जीतने के लिए मैं अपने खेल में क्या नया जोड़ सकता हूं. आप ऐसा संपूर्ण बल्लेबाज बनने के लिए नहीं करते हैं. बहुत कम लोग यह जानते हैं कि तकनीकी रूप से मजबूत बनने के लिए आप अभ्यास नहीं करते हैं. अभ्यास करने से मैं एक नया शॉट सीख सकता हूं, मैं टीम के लिए रन बना सकता हूं और मैच जीतने में योगदान दे सकता हूं.