श्रीलंका के एंजेलो मैथ्यूज को बांग्लादेश के खिलाफ वर्ल्ड कप 2023 के एक मैच में टाइम आउट दिए जाने के बाद क्रिकेट में खेल भावना को लेकर फिर से बहस छिड़ गई है. टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि अगर कोई खिलाड़ी चाहता है, तो उसे खेल के नियमों का पालन करने की अनुमति दी जानी चाहिए. मैथ्यूज इंटरनेशनल क्रिकेट में टाइम आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने, जब बांग्लादेश के खिलाफ मैच में वह समय सीमा के भीतर स्ट्राइक लेने से चूक गए. इसे लेकर काफी विवाद हुआ. मैथ्यूज को मैदान पर पहुंचने पर पता चला कि उनके हेलमेट का स्ट्रेप टूटा है और उन्होंने नया हेलमेट मंगवाया. इसके कारण देरी होने पर बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने अपील की और अंपायरों ने मैथ्यूज को टाइम आउट करार दिया.
राहुल द्रविड़ ने नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच से पहले मीडिया से बात करते हुए कहा, हर किसी की अपनी सोच होती है. हम विशिष्ट लोग हैं. सबका खुद का दिमाग और विचार है. वास्तव में कोई सही या गलत नहीं होता. इस तरह का मतभेद होना अच्छा है. उन्होंने कहा कि अगर कोई नियम का पालन करना चाहता है, तो मुझे नहीं लगता कि उसको लेकर किसी को शिकायत होनी चाहिए, क्योंकि ईमानदारी से कहूं तो वह केवल नियमों का पालन कर रहा है, जैसा कि हमने देखा. आप हो सकता है कि ऐसा ना करें, लेकिन नियमों का पालन करने के लिए आप किसी को दोषी नहीं ठहरा सकते हैं.
नीदरलैंड्स के खिलाफ रविवार 12 जुलाई को होने वाले मैच को लेकर राहुल द्रविड़ ने कहा कि टीम प्लेइंग-XI या परिस्थितियों की बजाय केवल मैच पर ध्यान दे रही है. उन्होंने कहा कि हमें 6 दिन के आराम का समय मिला. इसलिए खिलाड़ी अच्छी स्थिति में है. इस स्तर पर उन खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक रूप से सर्वश्रेष्ठ स्थिति में रखना होता है, जिनके बारे में आप सोचते हैं कि वे अंतिम एकादश में शामिल होंगे, ताकि वे सेमीफाइनल और फाइनल में खेल सकें. द्रविड़ की बात से अनुमान लगाया जा रहा है कि प्लेइंग-XI में शायद ही बदलाव हो.