नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर बड़ा राजनीतिक बम फोड़ा है। उन्होंने कहा कि चुनाव “चोरी” किए गए, और यह महज धांधली नहीं बल्कि भारतीय लोकतंत्र और संविधान के खिलाफ एक “राष्ट्रव्यापी अपराध” है। राहुल गांधी ने बेंगलुरु की महादेवपुरा विधानसभा सीट को उदाहरण बनाते हुए कहा कि वहां 1,00,250 फर्जी वोट डाले गए, जिससे भाजपा को इस सीट पर 1,14,046 वोटों की बड़ी जीत मिली। उन्होंने कहा, “अगर चुनाव आयोग पिछले 10 से 15 वर्षों का इलेक्ट्रॉनिक वोटर डेटा और सीसीटीवी फुटेज साझा नहीं करता, तो वह भी इस अपराध में भागीदार है।”
उन्होंने दावा किया कि महादेवपुरा में फर्जी वोटों के पांच मुख्य पैटर्न थे:
* 11,965 डुप्लीकेट वोटर
* 40,009 फर्जी या अमान्य पते
* 10,452 वोटर एक ही पते पर
* 4,132 अमान्य फोटो
* 33,692 फॉर्म 6 का दुरुपयोग
राहुल गांधी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सत्ता में बने रहने के लिए सिर्फ 25 सीटों की जरूरत थी, और यह सुनिश्चित करने के लिए ‘क्रिमिनल फ्रॉड’ किया गया। इस पर अब न्यायपालिका को संज्ञान लेना चाहिए।”
उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी की आंतरिक सर्वेक्षण में कर्नाटक में 16 सीटें जीतने की भविष्यवाणी की गई थी, लेकिन उन्हें केवल 9 मिलीं। इसके बाद कांग्रेस ने एक ‘अनएक्सपेक्टेड लॉस’ वाली सीट — बेंगलुरु सेंट्रल को लेकर गहन जांच की। राहुल गांधी का आरोप है कि गुरकीरत सिंह डांग नामक व्यक्ति चार अलग-अलग बूथों में चार EPIC नंबर के साथ पंजीकृत था। वहीं, आदित्य श्रीवास्तव का नाम एक साथ वाराणसी, मुंबई और बेंगलुरु की वोटर लिस्ट में था। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की, “आप भारतीय लोकतंत्र को नष्ट करने के लिए नहीं, बल्कि उसकी रक्षा के लिए हैं। यह भारत के संविधान और तिरंगे के खिलाफ अपराध है।”
चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया:
कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) ने राहुल गांधी से आरोपों को हलफनामे के साथ सबूतों सहित पेश करने को कहा। “आपसे अनुरोध है कि रजिस्ट्रेशन ऑफ इलेक्टर्स रूल्स, 1960 के नियम 20(3)(b) के तहत संलग्न घोषणा/शपथपत्र पर हस्ताक्षर कर इसे वापस करें और उन मतदाताओं के नाम साझा करें ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके।”
इस पर राहुल गांधी ने कहा, “मैं एक नेता हूं, जो जनता से कहता हूं, वही मेरी शपथ है। मैंने जो कहा है, वह देश के सामने सार्वजनिक रूप से कहा है, इसे ही मेरी शपथ मानिए। और दिलचस्प बात यह है कि किसी ने मेरे डेटा को खारिज नहीं किया है।”
BJP की तीखी प्रतिक्रिया:
राहुल गांधी के आरोपों पर भाजपा नेताओं ने कड़ा पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा: “राहुल गांधी अब एक पराजित नेता बन चुके हैं जो हर चुनाव के बाद हार का रोना रोते हैं। जब भी कांग्रेस हारती है, वो ईवीएम या वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की बात करते हैं। उन्होंने 2024 में जनता से कोई जुड़ाव नहीं बनाया और अब हार का बहाना ढूंढ रहे हैं।”
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा: “राहुल गांधी को लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है। हर बार हारने पर वो संस्थानों को बदनाम करते हैं – कभी सुप्रीम कोर्ट, कभी चुनाव आयोग, और अब वोटर लिस्ट। यह एक सुनियोजित तरीका है जिससे वे देश और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करना चाहते हैं। उनके आरोप बेबुनियाद हैं और जनता उन्हें गंभीरता से नहीं लेती।”
भाजपा कर्नाटक अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा: “कांग्रेस कर्नाटक में अपनी ही विफलताओं को छुपाने के लिए बोगस आरोप लगा रही है। महादेवपुरा सीट भाजपा की पारंपरिक मजबूत सीट रही है। हमने वहां वर्षों से जनसंपर्क और विकास कार्यों से विश्वास हासिल किया है। राहुल गांधी को अपनी हार का कारण आत्ममंथन से समझना चाहिए, न कि लोकतंत्र को दोष देना चाहिए।”
राहुल गांधी के आरोपों और भाजपा के जवाबों से यह मामला अब सिर्फ राजनीतिक बहस नहीं रहा, बल्कि एक संवैधानिक बहस में तब्दील हो चुका है। आने वाले दिनों में चुनाव आयोग और न्यायपालिका की प्रतिक्रियाएं इस बहस की दिशा तय करेंगी।