वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली कांग्रेस घर-घर जाकर लोगों से बातचीत करने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ राष्ट्रीय राजधानी में अपने जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को सक्रिय करेगी. एक पदाधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. दिल्ली कांग्रेस के नवनियुक्त अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) प्रभारी दीपक बाबरिया की ओर से बुलाई गई पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं और पदाधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया था. उन्होंने बैठक में दो प्रस्ताव (राजनीतिक और संगठनात्मक) भी पारित किये.
पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बाबरिया ने कहा, ‘कांग्रेस राहुल गांधी के प्यार के संदेश को फैलाएगी क्योंकि नफरत की राजनीति के खिलाफ उनकी लड़ाई की गूंज पूरे देश में है. हम लोगों के साथ घर-घर जाकर बातचीत पर ध्यान केंद्रित करेंगे और राष्ट्रीय राजधानी में जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को और अधिक सक्रिय करेंगे.’
गुजरात के कांग्रेस नेता बाबरिया ने दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी का कार्यभार औपचारिक रूप से शनिवार को यहां राजीव भवन में ग्रहण किया. आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधते हुए बाबरिया ने कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव में आप को 13 फीसदी वोट हासिल हुए, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने पिछले छह महीनों में राज्य का एक बार भी दौरा नहीं किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि आप और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक ही सिक्के के दो पहलू हैं.
बैठक के बाद पारित प्रस्ताव में कहा गया, ‘कांग्रेस कार्यकर्ता 2024 के संसदीय चुनावों में भ्रष्ट भाजपा शासित केंद्र सरकार और आम आदमी पार्टी के खिलाफ पूरी ताकत से एकजुट होकर लड़ने का संकल्प लेते हैं.’ कांग्रेस की तरफ से ‘आप’ के खिलाफ यह प्रस्ताव विपक्षी दलों की उस एकजुटता को निश्चित तौर पर झटका है, जो कुछ दिनों पहले पटना में बुलाई गई थी.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मेजबानी में पटना में आयोजित विपक्षी दलों की बैठक में एक दर्जन से अधिक दलों के 32 से अधिक नेताओं ने भाग लिया था और 2024 के लोकसभा चुनाव में मिलकर भाजपा का मुकाबला करने का संकल्प लिया.