चुनाव आयोग के निर्देशानुसार राजस्थान में एनफोर्समेंट एजेंसियों की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. शनिवार को महज 24 घंटे के दौरान प्रदेश में विभिन्न एनफोर्समेंट एजेंसियों द्वारा की गई कार्रवाई में 29 करोड़ 81 लाख रुपये से अधिक की अवैध सामग्री जब्त की गई है. वहीं विधानसभा चुनाव-2023 के लिए आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक प्रदेश में 335 करोड़ रुपये से ज्यादा की जब्ती की जा चुकी है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में पुलिस, आबकारी विभाग, आयकर विभाग, कस्टम विभाग, राज्य जीएसटी सहित विभिन्न एजेंसियों द्वारा अवैध नकदी, अवैध शराब, बहुमूल्य धातुओं और अन्य सामग्री के परिवहन पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि इनका इस्तेमाल निर्वाचन प्रक्रिया को प्रभावित करने में ना किया जा सके. गुप्ता के अनुसार पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार जब्ती में 476 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. वहीं पूरे राज्य में कैश जब्ती के मामले में 10 करोड़ रुपये के साथ जयपुर पहले और 6 करोड़ 11 लाख रुपये जब्ती के साथ सीकर दूसरे स्थान पर है.
अलवर में शराब और भीलवाड़ा में सबसे ज्यादा ड्रग्स हुई जब्त
चुनाव आयोग के मुताबिक उदयपुर जिले में 5 करोड़ 94 लाख रुपए, भरतपुर जिले में 3 करोड़ 41 लाख रुपए, और अजमेर जिले में 3 करोड़ 11 लाख रुपए से अधिक की अवैध नकदी जब्त हो चुकी है. वहीं अलवर जिले में सबसे ज्यादा 5 करोड़ 12 लाख रुपए की 4 लाख 38 हजार 946 लीटर अवैध शराब जब्त की गई है. इसके अलावा भीलवाड़ा में अब तक सबसे ज्यादा 10 करोड़ 94 लाख रुपए की ड्रग्स जब्त की जा चुकी है. साथ ही जयपुर में 9 करोड़ 8 लाख रुपए का सोना-चांदी सहित बहुमूल्य धातुएं जब्त की गई हैं.
लगातार अलर्ट हैं एनफोर्समेंट एजेंसियां
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता के अनुसार प्रदेश की एनफोर्समेंट एजेंसियों द्वारा संदेहास्पद मामलों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. प्रदेश में अब तक 55 करोड़ 23 लाख रुपए की अवैध नकदी, 26 करोड़ 50 लाख रुपए की अवैध शराब, 63 करोड़ 31 लाख रुपए की ड्रग्स और 44 करोड़ 34 लाख रुपए की बहुमूल्य धातुएं जब्त की गई हैं. इन एजेंसियों में शामिल राज्य की पुलिस, नारकोटिक्स एवं आयकर विभाग ने अवैध सामग्री जब्त करने के मामले में एक नया रिकॉर्ड बनाया है.