प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की शुरू की गई योजनाओं में एक योजना पीएम मुद्रा योजना (PMMY) भी है. पीएमएमवाई के तहत विनिर्माण, व्यापार, सेवा क्षेत्र और कृषि से जुड़े व्यापार के लिए सूक्ष्म,लघु व्यवसाय इकाइयों को 10 लाख रुपये तक का कर्ज दिया जाता है. इस योजना का लाभ उठाकर मुंबई की रहने वाली एक अकेली मां और विकसित भारत संकल्प यात्रा (VBSY) की लाभार्थी मेघना इस वक्त खानपान का बिजनेस चलाती हैं. मेघना ने प्रधानमंत्री को मुद्रा योजना के जरिये 90,000 रुपये का कर्ज हासिल किया. जिससे उन्हें बर्तन खरीदने और अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में सहायता मिली.
मेघना ने अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के साथ ही अपने बेटे को पढ़ाई के लिए फ्रांस भी भेजा. मेघना के बेटे इस वक्त फ्रांस में पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने पीएम मुद्रा योजना (PM Mudra Scheme) और स्वनिधि योजना की सहायता से अपने खानपान व्यवसाय का विस्तार किया है. जिससे उनको अपने बेटे की पढ़ाई का खर्च उठाने में मदद मिलती है. पीएम नरेंद्र मोदी से एक बातचीत में मेघना ने बताया कि उन्हें आवेदन के 8 दिनों के भीतर कर्ज हासिल हो गया. वह अपना कर्ज भी समय पर चुकाती हैं. पीएम स्वनिधि योजना के तहत पिछले कर्जों की समय पर अदायगी के साथ कम ब्याज दरों की सुविधा के बारे में भी उन्होंने जानकारी दी.
मेघना की भविष्य में अन्य कर्जों के लिए आवेदन करने की इच्छा है. उन्होंने अपने कैटरिंग व्यवसाय में 25 महिलाओं को रोजगार देने के बारे में भी बताया. मेघना ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत सिलाई के प्रशिक्षण का लाभ हासिल करने के बारे में भी जानकारी दी, जहां 100 महिलाएं कार्यरत हैं. वह अमेरिका और कनाडा में हाथ से बनी रजाइयां निर्यात करती हैं.
मुद्रा पोर्टल पर अपलोड किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले पांच साल यानी 2018 से 2023 तक प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 17.77 लाख करोड़ रुपये के 28.89 करोड़ से अधिक कर्ज दिए गए हैं. इसकी जानकारी केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत किसनराव कराड ने भी राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में दी है. इसके अलावा महिलाओं को 7.93 लाख करोड़ रुपये के 19.22 करोड़ से अधिक कर्ज दिए गए हैं. जो इस योजना के तहत स्वीकृत ऋणों की कुल संख्या का लगभग 67 फीसदी है.