शुभमन गिल को छोड़ दें तो बांग्लादेश के खिलाफ एशिया कप के सुपर-4 मैच में सभी भारतीय बैटर्स स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ संघर्ष करते नजर आए थे. इस सलामी बल्लेबाज ने कहा कि वे ऐसी पिचों पर महारत हासिल करने के लिए अपने बल्लेबाजी कौशल पर काम कर रहे हैं. गिल ने बांग्लादेश के खिलाफ मैच में 266 रन के टारगेट का पीछा करते हुए 133 गेंद में 121 रन की पारी खेली थी. उन्होंने 8 चौके और 5 छक्के उड़ाए थे. हालांकि, वो भारत को जीत नहीं दिला पाए थे. भारत को इस मैच में 6 रन से हार का सामना करना पड़ा था. अब रविवार को एशिया कप के फाइनल में भारत की टक्कर श्रीलंका से होगी.
गिल ने कहा कि विश्व कप और एशिया कप फाइनल को देखते हुए इस पहलू पर ध्यान लगाना महत्वपूर्ण है. गिल ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “यह निश्चित रूप से ऐसा विभाग है, जिसमें हम सुधार करने की कोशिश कर रहे हैं. यहां आने से पहले बेंगलुरु में हमारा शिविर लगा था और हम इसी तरह के विकेटों पर अभ्यास कर रहे थे. विश्व कप इतना लंबा टूर्नामेंट है कि हम जितना टूर्नामेंट में आगे बढ़ेंगे, विकेट धीमा होता जायेगा.”
गिल ने कहा कि भारतीय बल्लेबाजी यूनिट ‘डॉट गेंदों’को कम करने की कोशिश कर रही है ताकि गेंदबाज हावी न हो पाए. इसलिए हर मुकाबले में बल्लेबाज एक और दो रन चुराने पर ज्यादा जोर दे रहे हैं.
भारतीय टीम को मिली इस हार से शुभमन गिल काफी निराश हैं. उन्होंने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “मैंने परिस्थिति का आंकलन करने में गलती कर दी. मैं जब आउट हुआ तो मैंने देखा कि काफी मैच बचा हुआ था. अगर मैंने आक्रामक की जगह सामान्य तरीके से बैटिंग की होती तो शायद हम इस मैच को जीत जाते. हम भाग्यशाली रहे कि ये फाइनल नहीं था. इस तरह के मुकाबलों से हमें सीख मिलती है कि आपको कैसे अपनी पारी को आगे बढ़ाना है और कितना जोखिम लेना है.”