संजय सिंह के नए कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष चुने जाने के बाद ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक ने खेल छोड़ने का ऐलान कर दिया है. साक्षी के ऐलान पर अब पूर्व डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह का बयान सामने आया है. मीडिया ने जब उनसे साक्षी के संबंध में सवाल पूछा तो उन्होंने गुस्से में कहा कि इससे मेरा क्या लेना देना है. नए WFI चीफ संजय सिंह को बृजभूषण का करीबी माना जाता है. यही वजह है कि साक्षी ने उनके चुने जाने पर नाराजगी व्यक्त की.
साक्षी मलिक नए WFI चीफ के ऐलान के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करते वक्त रो पड़ीं. उन्होंने कहा, ‘मैं एक बात कहना चाहती हूं. लड़ाई लड़ी और पूरे दिल से लड़ी. लेकिन अगर प्रेसिडेंट बृजभूषण सिंह जैसा आदमी ही रहता है, जो उसका सहयोगी है, उसका बिजनेस पार्टनर है, वो अगर इस फेडरेशन में रहेगा तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं. मैं आज के बाद कभी भी वहां नहीं दिखूंगी. सभी देशवासियों का धन्यवाद, जिन्होंने आज तक मुझे सपोर्ट किया और मुझे इस मकाम तक पहुंचाया.’
बृजभूषण के खिलाफ जंतर-मंतर पर किया धरना
भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे. साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया की अगुवाई में कई पहलवानों ने करीब डेढ़ महीने तक जंतर-मंतर पर बृजभूषण को पद से हटाने के लिए धरना दिया था. इसके बाद बृजभूषण शरण सिंह ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की कमेटी भंग कर दी थी. अब नए चुनाव हुए तो उसके करीब संजय सिंह को जीत मिली.
बृजभूषण-संजय सिंह का क्या संबंध?
संजय सिंह की बात की जाए तो वो मूल रूप से बनारस के रहने वाले हैं. उनके दादा एक जमाने में महाशिवरात्रि पर बनारस में दंगल कराया करते थे. साल 2009 में जब संजय सिंह उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष बने थे तब बृजभूषण सिह वहां के अध्यक्ष थे. तभी से दोनों में अच्छी दोस्ती है.