हेनरिक क्लासेन (Heinrich Klaasen) की आक्रामक पारी के दम पर साउथ अफ्रीका (SA vs AUS) ने सीरीज के चौथे वनडे में ऑस्ट्रेलिया के सामने 416 रन बोर्ड पर टांग दिए. दाएं हाथ के बैटर क्लासेन ने 57 गेंदों पर शतक ठोककर कई रिकॉर्ड अपने नाम किए. प्रोटियाज टीम ने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 7वीं बार 400 या इससे ज्यादा रन बनाए हैं. सेंचुरियन में जारी मैच में क्लासेन ने भारत में आयोजित होने वाले वर्ल्ड कप से पहले विध्वंसक पारी खेलकर विपक्षी टीमों को चेतावनी दे डाली की अब उन्हें रोकना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं है.
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया. कंगारू कप्तान मिचेल मार्श का टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने के फैसले को हेनरिक क्लासेन ने गलत साबित किया. विकेटकीपर क्विंटन डीकॉक और रीजा हेंड्रिक्स ने ओपनिंग में उतरकर 64 रन की साझेदारी की. हेंड्रिक्स 28 रन बनाकर आउट हुए. इसके बाद डीकॉक को रासी वान डेर डुसन का साथ मिला. डुसन 62 रन बनाकर आउट हुए.
हेनरिक क्लासेन ने 83 गेंदों पर 174 रन ठोके
कप्तान एडेन मार्करम का बल्ला कुछ खास कमाल नहीं दिखा सका. प्रोटियाज कैप्टन 8 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. इसके बाद पांचवें नंबर पर उतरे हेनरिक क्लासेन ने कंगारू गेंदबाजों की जमकर बिखया उधेड़ी. क्लासेन ने 57 गेंदों पर शतक पूरा किया. उन्होंने 83 गेंदों पर 13 चौकों और 13 छक्कों की मदद से 174 रन ठोक डाले. क्लासेन ने वनडे में पांचवें या इससे निचले क्रम में उतरकर सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बैटर में दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. इस लिस्ट में दिग्ज ऑलराउंडर कपिल देव पहले नंबर पर हैं जिन्होंने 1983 वर्ल्ड कप में जिम्बाब्वे के खिलाफ नाबाद 175 रन बनाए थे.
डिविलियर्स और कोहली के क्लब में पहुंचे क्लासेन
वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में साउथ अफ्रीका के लिए एक पारी में सर्वाधिक छक्के जड़ने के मामले में क्लासेन दूसरे नंबर पर हैं. साल 2015 में एबी डिविलियर्स ने विंडीज के खिलाफ वनडे में जोहांसबर्ग में 16 छक्के जड़े थे. वनडे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे कम गेंद में शतक जड़ने के मामले में क्लासेन भारतीय दिग्गज विराट कोहली के बाद दूसरे नंबर पर हैं. विराट ने 2013 जयपुर वनडे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 52 गेंदों पर सेंचुरी पूरी की थी.