मंदी के कारण वाहनों की बिक्री 21 सालों के निचले स्तर पर


उपभोग में आई गिरावट से भारतीय अर्थव्यवस्था के मंदी के शिकार होने के कारण देश के वाहन उद्योग को पिछले 21 सालों में सबसे कम बिक्री का सामना करना पड़ रहा है और अगस्त में 1997-98 के बाद सबसे कम बिक्री दर्ज की गई है। आंकड़ों से सोमवार को यह जानकारी मिली। घरेलू बाजार में अगस्त में वाहनों की बिक्री में 23.55 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। ऐसी गिरावट इससे पहले साल 2000 के दिसंबर में देखने को मिली, जब बिक्री में 21.81 फीसदी की गिरावट आई थी।

पिछले दस महीनों से वाहन उद्योग की बिक्री में गिरावट जारी है, जिसका प्रमुख कारण जीएसटी की उच्च दरों के साथ तरलता का संकट है।

वाहन उद्योग को जुलाई में 18.71 फीसदी गिरावट का सामना करना पड़ा था, जो पिछले 19 सालों में सबसे बड़ी गिरावट थी।

सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैनुफैक्चर्स (सियाम) द्वारा सोमवार को जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त में वाहनों की बिक्री में 23.55 फीसदी की गिरावट आई और कुल 18,21,490 वाहनों की बिक्री हुई, जबकि पिछले साल इसी महीने में कुल 23,82,436 वाहनों की बिक्री हुई थी।

समीक्षाधीन माह में यात्री कारों की बिक्री में 41.09 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और कुल 1,15,957 वाहनों की बिक्री हुई, जबकि अगस्त 2018 में 1,96,847 वाहनों की बिक्री हुई थी।

यूटिलिटी वाहनों की बिक्री में अगस्त में 2.20 फीसदी की गिरावट आई, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 38.71 फीसदी, तिपहिया वाहनों की बिक्री में 6.93 फीसदी और दोपहिया वाहनों की बिक्री में 22.24 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

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