खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के बीच तनाव का माहौल है. इस बीच कनाडाई सना की वेबसाइट को हैकरों ने निशाना बनाया है. द टेलीग्राफ ने दावा किया है कि बुधवार को ‘इंडियन हैकर्स’ ने कनाडाई आर्मी की आधिकारिक वेबसाइट को हैक कर कुछ समय के लिए डिसेबल कर दिया. हालांकि, यहां हैकरों का भारत से कोई संबंध सामने नहीं आया है. द टेलीग्राफ ने दावा किया कि ‘इंडियन साइबर फोर्स’ नामक हैकरों के समूह ने एक्स (पहले ट्विटर) पर इस साइबर अटैक की जिम्मेदारी ली है.
दरअसल, इस साइबर हमले की जानकारी बुधवार को उस वक्त हुई जब कनाडाई सेना की वेबसाइट ने अस्थायी रूप से काम करना बंद कर दिया. कनाडाई सेना की वेबसाइट को कथित तौर पर‘इंडियन साइबर फोर्स’ नामक हैकर्स ने हैक कर उसे डिसेबल कर दिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर स्क्रीनशॉट शेयर कर इसकी जानकारी दी. यह घटना दोपहर की है और कुछ देर में ही वेबसाइट को ठीक कर लिया गया.
‘इंडियन साइबर फोर्स’ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर घोषणा की कि कनाडाई एयरफोर्स की वेबसाइट को हटा दिया गया है और इसने वेबसाइट को हैक करने वाले संदेश के स्क्रीनशॉट को भी शेयर किया. यहां बताना जरूरी है कि हैकर्स ने कनाडाई सेना की वेबसाइट को हैक करने से पहले 21 सितंबर को धमकी दी थी. हैकर्स ने ‘ताकत महसूस करने के लिए तैयार हो जाओ’ चेतावनी के साथ कनाडाई साइबरस्पेस पर हमला करने की धमकी दी थी. अगले दिन ही हैकर्स ने कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के ‘आरोपों और भारत विरोधी राजनीति’ पर असंतोष व्यक्त किया था.
‘द ग्लोब एंड मेल’ से बात करते हुए कनाडा के राष्ट्रीय रक्षा विभाग के मीडिया संबंधों के प्रमुख डेनियल ले बौथिलियर ने कहा कि व्यवधान गुरुवार दोपहर के करीब शुरू हुआ और बाद में ठीक हो गया. कुछ डेस्कटॉप यूजर्स के अलावा वेबसाइट अधिकांश मोबाइल उपकरणों पर एक्सेस के योग्य नहीं थी. हालांकि, टॉप अधिकारी ने कहा कि उनके सिस्टम पर इस हैकिंग का कोई व्यापक प्रभाव नहीं पड़ा.
बता दें कि हैक की गई वेबसाइट कनाडाई सरकार और उसके राष्ट्रीय रक्षा विभाग की सार्वजनिक साइटों और आंतरिक नेटवर्क से एक अलग इकाई है. कनाडाई नौसेना, विशेष कमांड समूह, वायु और अंतरिक्ष अभियानों के निकाय फिलहाल इस मामले की जांच कर रहे हैं. बता दें कि भारत और कनाडा के बीच बीते कुछ समय से तनाव जारी है. दोनों देशों के बीच रिश्तों में उस वक्त खटास आई, जब जस्टिन ट्रूडो ने संसद को संबोधित किया और निज्जर की हत्या के लिए भारत और भारतीय एजेंटों पर दोष मढ़ा.