भारत दूसरा टेस्ट भी 3 दिन में जीत जाएगा! बस प्लेइंग-11 में करना होगा एक बदलाव

वेस्टइंडीज को डॉमनिका टेस्ट 3 दिन में हराने के बाद अब टीम इंडिया का अगला पड़ाव पोर्ट ऑफ स्पेन है. दोनों देशों के बीच दूसरा टेस्ट 20 जुलाई से यहीं खेला जाएगा. पहले टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन ने वेस्टइंडीज की बैटिंग को तहस-नहस कर दिया था. अश्विन ने मैच में कुल 12 विकेट लिए थे. पहले दिन से ही डॉमनिका में गेंद घूमने लगी थी. पोर्ट ऑफ स्पेन में भी पिच का मिजाज ऐसा ही रह सकता है. ऐसे में टीम इंडिया दूसरे टेस्ट को भी 3 दिन में ही जीत सकती है. बस, प्लेइंग-11 में एक बदलाव करना होगा और दो की जगह तीन स्पिनर के साथ उतरना होगा. कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ दूसरे टेस्ट में ऐसा करने के बारे में सोच भी रहे होंगे.

बता दें कि भारत-वेस्टइंडीज के बीच डॉमनिका टेस्ट में 25 में से 20 विकेट स्पिन गेंदबाजों ने लिए थे. इसमें से आर अश्विन ने (5/60 और 7/71) ने कुल 12 विकेट झटके थे. वहीं, रवींद्र जडेजा की झोली में भी 5 विकेट लिए थे. डॉमनिका टेस्ट में 8वें ओवर से ही गेंद घूमने लगी थी और पिच से धूल उड़ने लगी थी. यानी पहले दिन ही साफ हो गया था इस विकेट पर स्पिन गेंदबाज हावी में रहेंगे औऱ हुआ भी ऐसा ही. लेकिन भारतीय कप्तान रोहित शर्मा शायद विकेट बढ़ने पर नाकाम रहे थे और सिर्फ 2 स्पिनर के साथ खेले जबकि टीम 3 स्पिनर के साथ उतर सकती थी. स्क्वॉड में अक्षर पटेल के रूप में स्पिनर था लेकिन उसका इस्तेमाल नहीं किया गया.

3 स्पिनर के साथ उतर सकती टीम इंडिया

पोर्ट ऑफ स्पेन में भी पिच का मिजाज डॉमनिका जैसा हो सकता है. ऐसे में भारतीय टीम मैनेजमेंट दूसरे टेस्ट में अक्षर पटेल को भी मौका दे सकती है. यानी भारत दूसरे टेस्ट में 3 स्पिनर के साथ उतर सकता है. ऐसा होता है तो फिर ये टेस्ट भी टीम इंडिया 3 दिन में ही जीत सकती है.

कैसा होगा पोर्ट ऑफ स्पेन की पिच का मिजाज?
पोर्ट ऑफ स्पिन के क्वींस पार्क ओवल में पिछला टेस्ट 2018 में हुआ था. तब वेस्टइंडीज ने श्रीलंका को 226 रन से रौंद दिया था. उस टेस्ट की विकेट पर शुरुआती दो दिन तेज गेंदबाजों को मदद मिली थी जबकि आखिरी 2 दिन स्पिन गेंदबाजों का बोलबाला रहा था. हालांकि, इसके बाद से ही यहां कोई टेस्ट मैच नहीं हुआ है. ऐसे में यहां कैसी कंडीशन होगी, ये फिलहाल नहीं कहा जा सकता है.

क्वींस पार्क ओवल मैदान में पिछला इंटरनेशनल मैच जुलाई 2022 में भारत-वेस्टइंडीज के बीच ही हुआ था. तब वनडे में दोनों टीमें भिड़ीं थीं और भारत ने 119 रन (D/L) से मैच जीता था. उस मुकाबले में कुल 13 विकेट गिरे थे, जिसमें से 8 स्पिन गेंदबाजों ने लिए थे. युजवेंद्र चहल ने 4 विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई थी. अगर उस मैच के लिहाज से देखें तो क्वींस पार्क ओवल की पिच से स्पिन गेंदबाजों को मदद मिल सकती है. ऐसे में अक्षर को मौका मिल सकता है. अक्षर ने 12 टेस्ट में 50 विकेट लिए हैं.

अब सवाल ये खड़ा होता है कि अगर तीसरे स्पिनर के रूप में अक्षर पटेल की प्लेइंग-11 में एंट्री होती है तो कौन बाहर जाएगा. पहले टेस्ट में भारत तीन पेसर्स के साथ खेला था. मोहम्मद सिराज के साथ, शार्दुल ठाकुर और जयदेव उनादकट थे. शार्दुल ने विकेट लिए थे. ऐसे में उनादकट को बाहर बैठाया जा सकता है.

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