
भारत और अमेरिका ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को नई बुलंदियों पर ले जाने के इरादे से बुधवार को व्यापार और रूसी एस-400 मिसाइल संबंधी रक्षा सौदे जैसे प्रमुख मसलों का समाधान करने के लिए ‘मित्र’ के रूप में काम करने का संकल्प लिया। दोनों देशों ने इसके साथ आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष और रक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की वचनबद्धता जाहिर की।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल पोम्पियो के बीच वार्ता के दौरान भारतीय पक्ष ने फारस की खाड़ी में बढ़ते तनाव को लेकर चिंता जाहिर करते हुए अपनी ऊर्जा की जरूरतों की पूर्ति और भारतीय प्रवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्र में स्थिरता की आवश्यकता पर बल दिया।
दोनों नेताओं के बीच पांच एस-400 मिसाइल रक्षा तंत्र खरीद के लिए रूस के साथ भारत के सौदे पर चर्चा हुई। अमेरिका इस सौदे को समाप्त करना चाहता है, जबकि जयशंकर ने पोम्पियो को स्पष्ट किया कि मोदी सरकार देश के हित में फैसला लेगी।