
मध्य प्रदेश की राजनीति में सियासी ड्रामा जारी है. कभी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का पलड़ा भारी दिखता है, तो कभी कमलनाथ सरकार का. कांग्रेस ने जहां एक ओर अपने दिल्ली लाए गए विधायकों को बचाकर राहत की सांस ली, तो वहीं दूसरी ओर पार्टी ने देर रात बीजेपी में ही सेंधमारी कर दी. मध्यप्रदेश में गुरुवार देर रात बीजेपी के तीन विधायक शरद कौल, संजय पाठक और नारायण त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात की, जिसके बाद मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी ने विधायकी से इस्तीफा दे दिया.
हालांकि विधायक त्रिपाठी ने इस्तीफा देने से अभी इंकार किया है. माना जा रहा है कि यह तीनों विधायक शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल होंगे. इस बीच जब भोपाल में कांग्रेस जब बीजेपी को झटका देने की तैयारी कर रही थी, उसी वक्त दिल्ली में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के घर पर शिवराज सिह चौहान, धर्मेद्र प्रधान, अरविंद मेनन की 8 घंटे बैठक चली. देर रात नरोत्तम मिश्रा भी दिल्ली पहुंच गए.
मध्य प्रदेश में चल रही सियासी हलचल के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ का ओरछा दौरा भी रद्द कर दिया गया है. कमलनाथ शुक्रवार की शाम को ओरछा में ‘नमस्ते ओरछा’ समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले थे. बताया जा रहा है कि आज मंत्रिमंडल की बैठक हेागी.