पिछले साल बाजार में कम तरलता पर आरबीआई ने डाले थे 1.12 लाख करोड़ रुपये

पिछले वित्तवर्ष की चौथी तिमाही में बाजार में तरलता कम थी और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने उस दौरान बाजार में तरलता बनाए रखने के लिए 1.12 लाख करोड़ रुपये सर्कुलेशन में डाला था। यह जानकारी सार्वजनिक ऋण पर वित्त मंत्रालय के तिमाही आंकड़ों से मिली।

मंत्रालय के अनुसार, वित्तवर्ष 2019 की जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान बाजार में तरलता की स्थिति औसतन आधार पर कम थी। आरबीआई द्वारा एमएसएफ समेत तरलता समायोजन सुविधा (एलएएफ) के तहत डाली गई निवल औसत तरलता वित्तवर्ष 2019 की चौथी तिमाही के दौरान 52,364 करोड़ रुपये थी जबकि तीसरी तिमाही के दौरान 80,077.24 करोड़ रुपये की तरलता डाली गई थी।

जनवरी 2019 के में निवल औसत तरलता 32,872 करोड़ रुपये डाली गई थी जबकि फरवरी में 68,661 करोड़ रुपये और मार्च 2019 में 55,559 करोड़ रुपये की तरलता डाली गई थी।

इसे शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *