पाकिस्तान की संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाकर प्रधानमंत्री पद से हटाए गए इमरान खान के राजनीतिक भविष्य को लेकर चर्चाएं खासी गर्म हैं. शहबाज शरीफ सरकार इमरान खान पर कानूनी शिकंजा कसती जा रही है. इसके साथ ही उनकी पार्टी के अस्तित्व पर भी संकट दिख रहा है. पाकिस्तान के डॉन अखबार ने निक्केई एशिया के हवाले से बताया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी पर प्रतिबंध लगाया जाता है तो वह आगामी आम चुनाव लड़ने के लिए एक नई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे. इसके बाद भी वह चुनाव जीतेंगे.
9 मई को राष्ट्रव्यापी हिंसक प्रदर्शनों और उसके बाद प्रदर्शनकारियों और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर शिकंजा कसने के मद्देनजर कई सरकारी हस्तियों ने पार्टी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी. पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा था कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर प्रतिबंध लगाना ही एकमात्र समाधान है.
बिलावल भुट्टो जरदारी पीटीआई पर प्रतिबंध के पक्ष में
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इस आशय के कदम पर विचार किया जा रहा है और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष एवं विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी कहा है कि उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पर प्रतिबंध लगाने के किसी भी कदम का विरोध नहीं करेगी.
इमरान ने कहा- जेल में भी डाल दो तब भी जीतेंगे
निक्केई एशिया के मुताबिक उनके चुनावी भविष्य पर संभावित प्रतिबंध के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर, इमरान खान ने कहा, “अगर वे पार्टी को हटा देते हैं तो हम एक नए नाम के साथ एक पार्टी बनाएंगे और फिर भी चुनाव जीतेंगे. इमरान खान ने कहा, ‘भले ही वे मुझे अयोग्य घोषित कर दें और मुझे जेल में डाल दें, फिर भी पार्टी जीतेगी.’
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि उनके समर्थकों का आधार बरकरार है और दावा किया कि राष्ट्रीय राजनीति मौलिक रूप से बदल गई है.