नॉर्थ सेंट्रल रेलवे के प्रयागराज मंडल के इटावा के नजदीक सराय भूपत स्टेशन पर बुधवार 15 नवंबर को नई दिल्ली दरभंगा हमसफर क्लोन एक्सप्रेस में हुई आगजनी की घटना की रेलवे ने उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी है. नॉर्थ सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय के मुताबिक आगलगी की जांच सीसीआरएस यानि चीफ कमिश्नर रेलवे सेफ्टी जांच कर रहे हैं.
शुक्रवार से इटावा पहुंचकर उन्होंने अपनी जांच शुरू कर दी है. उन्होंने कहा है कि इस पूरे मामले की हर एंगल से जांच की जाएगी और एक्सपर्ट्स की भी मदद भी जा रही है. आगलगी को लेकर फॉरेंसिक एक्सपर्ट की भी मदद ली जाएगी, ताकि उचित तकनीकी विवेचना होकर निष्कर्ष तक पहुंच सके. उन्होंने कहा कि चीफ कमिश्नर रेलवे सेफ्टी की जात रिपोर्ट आने के बाद ही आगजनी के कारणों का वास्तविक तौर पर पता चलेगा और इससे रेलवे भी सबक लेगा.
उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट के तथ्यों और निष्कर्ष के आधार पर ही रेलवे सेफ्टी के लिए कदम भी उठाएगा. उन्होंने कहा है कि जल्द जांच पूरी कर रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंप जाएगी. हालांकि, उन्होंने कहा है कि इस मामले में क्योंकि जांच हो रही है इसलिए यह कहना मुश्किल है कि आग लगने के कारणों की वजह क्या थी.
सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय के मुताबिक, ट्रेनों में आगलगी की घटनाएं न हो इसके लिए नार्थ सेंट्रल रेलवे के ओर से स्पेशल ड्राइव भी चलाई जा रही है. तीन तरह से इस मामले में जागरूकता फैलाई जा रही है. लगभग 40 स्टेशनों पर अनाउंसमेंट के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि लोग कोई भी ज्वलनशील पदार्थ लेकर ट्रेनों में सफर न करें, जिससे ट्रेनों में आग लगने का खतरा हो.