दावोस मंच में चीन के आर्थिक विकास और वैज्ञानिक सृजन पर चर्चा


वर्ष 2019 ग्रीष्मकालीन दावोस मंच पर उपस्थित अतिथियों ने नेतृत्व शक्ति 4.0: भूमंडलीकरण के नये युग में विजय के मुद्दे के तले चीन के आर्थिक विकास और वैज्ञानिक सृजन पर चर्चा की गई। तीन जुलाई को ताल्येन में सम्पन्न हुए दावोस मंच में कहा गया कि आर्थिक भूमंडलीकरण की प्रक्रिया गतिरोध में फंस गयी, और विभिन्न देशों की आर्थिक वृद्धि धीमी हो गयी। ऐसी पृष्ठभूमि में विश्व के दूसरे बड़े आर्थिक समुदाय के रूप में क्या चीन को आर्थिक विकास मिल सकेगा। इस पर चर्चा की गई।

इस बार मंच के सह-अध्यक्ष, सिनोचेम के बोर्ड अध्यक्ष निंग काऊनिंग ने चीन के आर्थिक विकास की संभावना की चर्चा में कहा कि चीन में आर्थिक वृद्धि का रुझान बहुत शक्तिशाली है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में विश्व में एकपक्षवाद और आर्थिक मंदी का दबाव बढ़ रहा है। पर चीन और सहनशील रुख अपनाकर व्यापक रूप से खुलेपन का विस्तार कर रहा है, और व्यापार व पूंजी-निवेश की मुक्ति, सुविधा को मजबूत कर रहा है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के पूर्व उप महानिदेशक, छिंगह्वा विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय वित्त अनुसंधान प्रतिष्ठान के प्रधान चू मिन ने कहा कि चीन भूमंडलीकरण के रुख पर कायम रहेगा, जिससे विश्व को लाभ मिलेगा।

साथ ही कहा गया कि निरंतर आर्थिक विकास विज्ञान व तकनीक के सृजन से अलग नहीं हो सकता। अब चीन में विज्ञान, तकनीक का सृजन एक अभूतपूर्व महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है। मंच में उपस्थित यूरोपीय अध्ययन कमेटी के अध्यक्ष जीन पिएर बौर्गुगनोन ने कहा कि हाल के कई वर्षो में विज्ञान और तकनीक के सृजन में चीन ने बड़ी उलब्धियां हासिल की हैं।

इसे शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *