उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग ढहने के बाद 41 मजदूरों की जान बचाने की जदोजहद जारी है. इस बीच, टनल हादसे में नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के सदस्य रिटायर्ड ले .जनरल सैयद अता हसनैन और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सेक्रेटरी अनुराग जैन ने रेस्क्यू मिशन को लेकर ब्रीफिंग दी है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग के सचिव अनुराग जैन ने बताया कि इस रेस्क्यू में अंतराष्ट्रीय तरीके से जो नॉर्म्स अपनाये जा रहे हैं. जो भी बेस्ट ऑप्शन हैं वो किया जा रहा है. एक विश्वास है कि सभी लोग सुरक्षित और जीवित बाहर निकाल लिए जाएंगे. अगर Augor मशीन ने अच्छा काम किया तो 2 से 3 दिन में सारे मजदूर रेस्क्यू कर लेंगे.
वहीं, नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के सदस्य हसनैन ने बताया कि मजदूर पूरी तरह से सुरक्षित हैं और उन्हें बाहर लाने के लिए कई एजेंसियां अपनी ओर से प्रयास कर रही हैं. हालांकि 10 दिन के अंदर अलग-अलग चुनौतियां पेश आई हैं, इसके लिए अंतरराष्ट्रीय सलाह ली गई है. अपनी ब्रीफिंग में हसनैन ने बताया कि 12 नवंबर को हादसा हुआ था. टनल को दोनों साइड से बनाया जा रहा था, तभी एक साइड से लैंडस्लाइड हो गया और केबिन बन गया. दो किमी तक टनल बना है, जहां मजदूर फंसे हैं वहां पर्याप्त जगह है.
उन्हाेंने बताया कि अभी कंप्रेसर के सहारे पानी, ऑक्सीजन और दवाई पहुंचा दी गई है. इसमें सबसे अच्छी बात ये है कि इस हादसे में पावर केबल नहीं कटी. अभी हॉरिजॉन्टल ड्रिलिंग की जा रही है. 21 या 22 मीटर तक अंदर ड्रिल किया जा चुका है. कुछ दिक्कत आई, लेकिन इस पर काम किया जा रहा है. ऊपर से भी कोशिश की जा रही है. उन्होंने आगे बताया कि मजदूरों में हौसला बढ़ाने के लिए उनके परिवारों को घटनास्थल पर पहुंचाया गया और उनसे बात करवाई गई.