तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा का मानना है कि सूर्यकुमार यादव का नेतृत्व करने का तरीका टी20 में उनकी बल्लेबाजी के समान सरल है और इससे युवा खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिल रही है. सूर्यकुमार की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टी20 मैच की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है. प्रसिद्ध को कप्तान का काफी समर्थन मिला है और पहले मैच में 50 रन लुटाने के बाद उन्होंने दूसरे मुकाबले में 3 विकेट चटकाए. दूसरे मैच में भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए 235 रन बनाए थे. जवाब में कंगारू टीम 191 रन ही बना सकी थी. सीरीज का तीसरा मुकाबला 28 नवंबर को गुवाहाटी में खेला जाएगा.
तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने दूसरे मैच में जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि सूर्यकुमार यादव की कप्तानी उनकी बल्लेबाजी की तरह है. वह अपने खिलाड़ियों पर भरोसा करते हैं, हम जो करना चाहते हैं, उसे करने के लिए हम सभी का समर्थन करते हैं. अगर हम कुछ गलत करते हैं, तो वह हमारा समर्थन करने के लिए हमेशा मौजूद रहते हैं. रोहित शर्मा खिलाड़ियों को आजादी देने के लिए जाने जाते हैं और मुंबई इंडियंयस टीम के उनके साथी सूर्यकुमार भी इससे अलग नहीं हैं.
वर्ल्ड कप टीम में रहकर बहुत कुछ सीखा
कर्नाटक के तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने कहा कि भारत के वर्ल्ड कप 2023 अभियान का हिस्सा बनकर उन्होंने बहुत कुछ सीखा. हालांकि उन्होंने एक भी मैच नहीं खेला. भारत खिताबी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से हार गया. हार्दिक पंड्या के चोटिल होने के बाद प्रसिद्ध को टीम में जगह मिली थी. उन्होंने कहा कि टीम का हिस्सा बनना मेरे लिए बहुत बड़ी सीख थी. जब से मैं टीम का हिस्सा बना हूं, तब से यह मेरे लिए सबसे बड़ी सीख है. जिस तरह से लोग तैयारी करते हैं, आपको जितनी सूचना मिलती है, उससे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है.
ओस के कारण हुई परेशानी
स्वयं करके सीखने का कोई विकल्प नहीं है और प्रसिद्ध कृष्णा ने वर्ल्ड कप के डग आउट में बैठने और मैदान पर उतरकर दबाव की स्थिति में टीम के लिए इसे क्रियान्वित करने के अंतर को समझा. दूसरे टी20 में भारत को 235 रन के विशाल स्कोर का बचाव करना था, लेकिन प्रसिद्ध ने स्वीकार किया कि रविवार के मुकाबले में दूधिया रोशनी में दूसरी पारी में गेंदबाजी करना मुश्किल था, क्योंकि ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्टेडियम में ओस के कारण गेंद काफी गीली हो रही थी. तेज गेंदबाज ने कहा कि हम विशाखापट्टनम में भी ओस से निपटने की योजना बना रहे थे, लेकिन सौभाग्य से हमें वहां ज्यादा कुछ नहीं करना पड़ा. लेकिन तिरुवनंतपुरम का मैदान काफी गीला था. 8वें ओवर में भी जब मुकेश कुमार गेंदबाजी कर रहे थे, तब काफी अधिक ओस थी.