
ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को रविवार को दोपहर बाद लखनऊ हवाईअड्डे पर हिरासत में ले लिया गया। इस प्रतिनिधिमंडल में पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी, पूर्व लोकसभा सांसद प्रतिमा मंडल और दो मौजूदा राज्य सभा सांसद अबीर रंजन बिस्वास और नादिमुल हक शामिल हैं।
वे नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ 19 दिसंबर की हिंसा से प्रभावित परिवारों व लोगों से मिलने के लिए लखनऊ पहुंचे थे।
नादिमुल हक द्वारा एक संदेश साझा किया गया, “जैसे ही हम विमान से ऊतरे, हमें पुलिस ने घेर लिया। जब हमें बस में चढ़ाया गया तो पुलिस ने सभी यात्रियों को उतार दिया। हमें पुलिस द्वारा रनवे के एक जगह पर ले जाया गया। हम धरना देने के लिए जमीन पर बैठ गए। नेट बहुत धीमा था, इसलिए संदेश आप तक देर से पहुंचा।”
समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल भी तृणमूल के प्रतिनिधिमंडल को लेने गया था, उसे भी रोक दिया गया। इस प्रतिनिधिमंडल में सपा के विधायक नफीस अहमद व अरविंद सिंह और एमएलसी राजपाल कश्यप और उदयवीर सिंह थे।
नफीस अहमद ने संवाददाताओं से कहा, “तृणमूल का प्रनिनिधिमंडल अंदर है। हमें उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी गई। कोई हमें बता नहीं रहा है कि उनका अपराध क्या है।”
इससे पहले संवाददाताओं से बातचीत में उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओ.पी.सिंह ने कहा था, “हमें पता चला है कि तृणमूल कांग्रेस के कुछ राजनेता लखनऊ का दौरा करना चाहते हैं। हम उन्हें इजाजत नहीं देंगे क्योंकि इलाके में धारा 144 लागू है और उनकी यात्रा से हालात तनावपूर्ण हो सकते हैं।”
सूत्रों ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल को अगली उपलब्ध उड़ान से कोलकाता या दिल्ली भेजा जाएगा।