लगातार चोटों से परेशान चल रहे दक्षिण अफ्रीका के बेहतरीन तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है. स्टेन ने शॉर्टर फॉर्मेट (वनडे और टी20 इंटरनेशनल) के क्रिकेट को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है. वे वनडे और टी20 इंटरनेशनल में खेलना जारी रखेंगे. 36 वर्षीय स्टेन ने वर्ष 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए अब तक 93 टेस्ट खेलकर 22.95 के बेहतरीन औसत से 439 विकेट लिए हैं. टेस्ट क्रिकेट में स्टेन दक्षिण अफ्रीका के सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने स्टेन के टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होने के फैसले की पुष्टि की है.
स्टेन (Dale Steyn) ने ट्वीट में लिखा, ‘आज मैंने क्रिकेट के उस फॉर्मेट से हटने का फैसला किया है जिसे मैंने बहुत पसंद किया. मेरी राय में टेस्ट क्रिकेट की खेल का सर्वश्रेष्ठ फॉर्मेट है, यह आपकी मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक तौर पर कठिन परीक्षा होती है.’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, टेस्ट में फिर कभी भी न खेल पाने के बारे में सोचना बेहद भयावह है लेकिन इससे भी अधिक भयावह फिर भी खेल ही न पाने का चिचार है. ऐसे में मैंने अपने बाकी करियर में वनडे और टी20 इंटरनेशनल पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है.
क्रिकेट साउथ अफ्रीका के मुख्य कार्यकारी थाबांग मोरोए ने स्टेन (Dale Steyn) को क्रिकेट के सर्वकालीन महान खिलाड़ियों में से एक करार दिया. मोरोए ने कहा, निर्विवाद रूप से वह (स्टेन) विश्व क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक हैं. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजी आक्रमण की बेहतरीन तरीके से अगुवाई थी. उन्होंने ऐसे मापदंड स्थापित किए जिसका भविष्य के गेंदबाज अनुसरण करेंगे. उन्होंने कहा कि अगली पीढ़ी के तेज गेंदबाजों के लिए वे बेहतरीन मेंटोर रहे हैं. गौरतलब है कि स्टेन हाल के समय में कंधे की चोट से काफी परेशान रहे हैं. उन्होंने वर्ल्डकप 2019 के लिए दक्षिण अफ्रीकी टीम में स्थान दिया गया था लेकिन चोट के फिर से उभर आने के कारण वे बिना कोई मैच खेले ही टूर्नामेंट से बाहर हो गए. वर्ल्डकप से पहले स्टेन (Dale Steyn) ने आईपीएल में रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलोर के लिए केवल दो मैच खेले. चोट के कारण उन्होंने आईपीएल से भी बाहर होना पड़ा था.