इजरायली सेना 1 सप्ताह से अधिक समय तक गाजा के अल शिफाअस्पताल परिसर पर छापेमारी करने के बाद शुक्रवार को वहां से हट गई. एक फिलिस्तीनी सुरक्षा सूत्र ने यह जानकारी दी. सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि “इजरायली बलों ने अपनी वापसी से पहले परिसर के भीतर बिजली जनरेटर, ऑक्सीजन पंप और रेडियोलॉजी उपकरण सहित सुविधाओं में विस्फोट किया.”
इजरायली सेना ने शुक्रवार को घोषणा की कि उन्होंने अस्पताल के नीचे भूमिगत “आतंकवादी” सुरंगों और सुरंग शाफ्ट के एक मार्ग को नष्ट कर दिया है, इसके बारे में उनका कहना है कि यह हमास के ठिकाने के रूप में काम करता था. गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 250 मरीज और कर्मचारी अस्पताल में रह गए, जो बिजली, पानी और चिकित्सा आपूर्ति की गंभीर कमी के कारण वर्तमान में बंद है. यह वापसी हमास और इजरायल के बीच अस्थायी मानवीय संघर्ष विराम के पहले दिन हुई, इसके चार दिनों तक चलने की उम्मीद है.
बता दें कि इजरायली सेना ने बुधवार को गाजा के अल शिफा अस्पताल के पास एक सुरंग को खोजा था. सुरंग में हर एक व्यवस्था की गई थी. सुरंग में एक बैठने के लिए हॉल, कई बाथरूम, रसोई और एक AC को भी दिखाया गया था. सेना के मुताबिक यह हमास लड़ाकों के लिए एक कमांड पोस्ट के रूप में काम करता था. इजरायली सेना का कहना है कि हमास के लड़ाके खुद को बचाने के लिए अस्पताल का सहारा ले रहे हैं.
इजरायली सेना ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सुरंग का वीडियो शेयर किया था. वीडियों में सेना ने सुरंग को दिखाते हुए कहा था कि टनल का रास्ता अस्पताल के बाहरी ओर लेकर जाता है. इसके बाद वह सुरंग के इंफ्रास्ट्रक्चर को दिखाने लगते हैं. यह ऐसा वैसा सुरंग नहीं था, बल्कि यहां लंबे समय तक कोई भी रह सकता है. फिलहाल अब इजरायली सेना ने इन सुरंगों को तबाह कर दिया है और अस्पताल से हटने का निर्णय ले लिया है.