इजरायली सेना (आईडीएफ) के टैंकों ने सोमवार को गाजा शहर में मुख्य सड़क के एक रणनीतिक चौराहे पर पहुंच गए हैं. समाचार एजेंसी एएनआई ने इजरायल स्थित i24 न्यूज़ के हवाले से बताया है कि टैंकों को सलाह अल दीन मार्ग पर देखा गया जो गाजा शहर को गाजा पट्टी के दक्षिण में खान यूनिस से जोड़ता है. गाजा स्थित चैनलों ने गाजा सिटी में नेटजर चौराहे पर इजरायली टैंक देखे जाने की सूचना दी, जो एन्क्लेव के अंदर एक रणनीतिक बिंदु है.
i24 न्यूज के अनुसार, इजरायली सेना धीरे-धीरे गाजा में अपने जमीनी ऑपरेशन का विस्तार कर रहा है. उसके टैकों ने एक खास चौराहे को अपने कब्जे में ले लिया है जो गाजा पट्टी के अंदर सबसे दूर है जहां अब इजरायल बलों को कथित तौर पर देखा गया है. इजरायली सेना ने कहा है कि पिछले कुछ घंटों में गाजा पट्टी में चल रहे जमीनी ऑपरेशन के बीच, सैनिकों ने लड़ाकू हेलीकॉप्टरों और ड्रोनों को हमास के ठिकानों पर हमला करने का निर्देश दिया. सेना ने टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल लॉन्चर चौकियों को भी ध्वस्त कर दिया है.
गाजा पट्टी में जमीनी अभियान के दौरान आतंकवादी दस्तों पर हमला
आईडीएफ के मुताबिक, सेनाएं पिछले कुछ घंटों से गाजा पट्टी में अपना जमीनी अभियान जारी रखे हुए हैं. सेना द्वारा निर्देशित लड़ाकू हेलीकाप्टरों और जेट की मदद से उन आतंकवादी दस्तों को खत्म कर दिया गया, जिन्होंने बलों पर हमला करने की कोशिश की थी. अमन (इजरायल मिलिट्री इंटेलिजेंस) और शिन बेट (घरेलू इंटेलिजेंस) के निर्देशन में आईडीएफ बलों ने आतंकवादी संगठन हमास के गुर्गों को खत्म कर दिया.
हमास के कई सीनियर कमांडर समेत कई गुर्गों को बनाया निशाना
इजरायली सेना ने कहा कि हमास के जिन आतंकवादियों को निशाना बनाया गया उनमें केंद्रीय शिविरों में नौसेना बल के कमांडर जमील बाबा, तफा बटालियन में एंटी-टैंक फॉर्मेशन के कमांडर मुहम्मद सफादी, एंटी-टैंक बंदूक के एक प्रमुख संचालक मुवामन हेगाज़ी शामिल थे. तफ़ा बटालियन में गठन और मुहम्मद अवदल्लाह जो हमास के मुख्यालय में तैनात थे. इससे पहले, आईडीएफ ने कहा कि गाजा में उसका जमीनी अभियान जारी रहा. जमीनी ऑपरेशन कर रही सेना द्वारा निर्देशित वायुसेना के एक विमान ने हमास चौकी और उसमें मौजूद 20 से अधिक आतंकवादी गुर्गों पर हमला किया.
रिहायशी बिल्डिंग्स और सुरंगों में छिपे हैं हमास के आतंकी
आईडीएफ के अनुसार, सैनिकों ने अलअजहर विश्वविद्यालय के पास सशस्त्र आतंकवादियों और एक एंटी-टैंक मिसाइल लॉन्चिंग पोस्ट को देखा था और उन पर हमला करने के लिए लड़ाकू जेट का मार्गदर्शन किया. आईडीएफ बलों ने नागरिक इमारतों और आतंकवादी सुरंगों के भीतर छिपे कई आतंकवादियों को भी मार गिराया जिन्होंने सेना पर हमला करने का प्रयास किया था.