भाजपा (BJP) ने बुधवार को भारत के चुनाव आयोग (Election Commission) को एक ज्ञापन दिया और 20 अक्टूबर को राजस्थान के दौसा में अपनी टिप्पणी पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Union Minister Arjun Ram Meghwal) ने आरोप लगाया कि प्रियंका गांधी ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
उन्होंने कहा, ”आज हमने कांग्रेस नेता प्रियंका के एक बयान को लेकर चुनाव आयोग के सदस्यों से मुलाकात की. गांधी वाड्रा ने 20 अक्टूबर को आदर्श आचार संहिता और आरपी अधिनियम का उल्लंघन किया था. हम चुनाव आयोग से पूछना चाहते हैं कि क्या प्रियंका गांधी वाड्रा आदर्श आचार संहिता से ऊपर हैं. कानून मंत्री मेघवाल ने कहा, ”हम ईसीआई से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हैं.”
राजस्थान के दौसा में दिया था बयान, भाजपा ने जताई आपत्ति
इससे पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने 20 अक्टूबर को दौसा में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा था, ”मैंने हाल ही में टीवी पर कुछ देखा. मुझे नहीं पता कि यह सच है या नहीं. पीएम मोदी देवनारायण मंदिर गए और दान पेटी में एक लिफाफा डाला. लोग सोच रहे थे कि इसमें क्या है, लेकिन जब इसे खोला गया तो इसमें से 21 रुपये निकले.” इस संबंध में राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रियंका गांधी राजस्थान की जनता को गुमराह कर रही हैं.
पुष्टि नहीं हुई तो झूठ क्यों बोला? भाजपा नेता ने उठाया सवाल
एक्स पर एक पोस्ट में राजेंद्र राठौड़ ने कहा, ”जब पुष्टि नहीं हुई तो उन्होंने झूठ क्यों बोला? कब तक कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी जी झूठ का सहारा लेकर राजस्थान की जनता को भ्रमित और गुमराह करने की कोशिश करेंगी?” श्री देवनारायण जी की दानपेटी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिफाफा नहीं बल्कि नकदी डाली थी. प्रदेश की जनता सब समझती है. वह कांग्रेस के झूठ में नहीं फंसेगी.”
प्रियंका ने अशांति पैदा की, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने लगाया आरोप
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी प्रियंका गांधी पर निशाना साधा और उन पर फर्जी खबरें प्रचारित करने और धार्मिक आधार पर समाज में अशांति पैदा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ”उन्होंने (प्रियंका गांधी वाद्रा) जानबूझकर उस खबर को उठाया है जिसे पहले ही सार्वजनिक डोमेन में फर्जी घोषित कर दिया गया था, इसे दोहराया और एक समस्या पैदा करने की कोशिश की. वह ऐसी चीज को उछालने की कोशिश कर रही हैं जो अस्तित्व में ही नहीं है, जो है यह एक फर्जी खबर है. वह धार्मिक भावनाओं को राजनीति में डाल रही है यह चर्चा ऐसे समय में हो रही है जब आदर्श आचार संहिता लागू है.”