पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात करके राष्ट्रीय और प्रांतीय सुरक्षा के मामलों संबंधी विचार-विमर्श किया। इसके साथ ही उन्होंने गृह मंत्री से यह भी अपील की कि पाकिस्तान में सिख लड़की के जबरन धर्म परिवर्तन का मामला केंद्र सरकार वहां की सरकार के पास जोरदार ढंग से उठाए। केंद्रीय गृह मंत्री के साथ मुलाकात के उपरांत पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने
कहा कि भारत सरकार को सिख लड़की का मामला पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ उच्च स्तर पर उठाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पहले ही सार्वजनिक तौर पर बयान जारी करके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान को इस मामले में निजी दख़ल देकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही का मुद्दा उठाने की मांग कर चुके हैं। पाकिस्तान में घटती ऐसी घटनाओं संबंधी मीडिया कर्मियों द्वारा पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ननकाना साहिब शहर में ग्रंथी सिंह की बेटी को अगवा करके जबरन इस्लाम धर्म में परिवर्तित करने की इस घटना के अलावा और कोई ऐसा मामला उनके ध्यान में नहीं आया।
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स.वाई.एल. नहर केस में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पंजाब, हरियाणा और केंद्र सरकार को बातचीत के द्वारा मसला हल करने के लिए दिए चार महीनों के समय संबंधी पूछे जाने पर कैप्टन ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा पहले ही दोनों राज्यों पंजाब और हरियाणा की सरकारों को बातचीत के द्वारा सुखद हल निकालने के लिए अपने अधिकारी नामज़द करने को कहा गया था। उन्होंने कहा कि इस मामले के बढिय़ा संभव हल के लिए पंजाब के मुख्य सचिव पहले ही हरियाणा के मुख्य सचिव के साथ संबंध कायम रख रहे हैं।
करतारपुर गलियारे संबंधी बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि उनको गलियारे के चल रहे काम पर तसल्ली है जो अपने तय समय पर खुल जायेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में दोनों मुल्कों के अधिकारियों के बीच मुलाकात भी होने जा रही है।