किसका है 351 करोड़ रुपया, कहां से आया? धीरज साहू ने इनकम टैक्स रेड पर पहली बार तोड़ी चुप्पी

कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू ने अपने परिसरों पर हाल ही में आयकर विभाग की छापेमारी को लेकर शुक्रवार को पहली बार प्रतिक्रिया दी और कहा कि इन पैसों का उनकी पार्टी या किसी राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है. इस छापेमारी में विभाग ने 350 करोड़ से अधिक की नकदी बरामद की है. उन्होंने एएनआई को बताया, “मेरे राजनीतिक करियर के पिछले 30-35 वर्षों में, यह पहली बार है कि इस तरह की घटना हुई है, जिससे मैं आहत हूं. आज जो हो रहा है, मैं उससे बेहद दुखी हूं. मैं स्वीकार कर सकता हूं कि जो पैसा बरामद किया गया है, वो पैसा मेरी फर्म का है. जो नकदी बरामद की गई है वह मेरी शराब फर्म से संबंधित है; यह शराब की बिक्री से हासिल आय है.”

उन्होंने कहा, “मेरा बड़ा भाई राजनीति में रहा है और हमने बहुत सारे विकास कार्य किए हैं. मेरे पिता गरीबों की मदद करते थे और हमने कई कॉलेज और स्कूल खोले हैं. मेरा शराब का व्यवसाय है, जिसे मेरा परिवार और रिश्तेदार चलाते हैं.” साहू ने आगे बताया कि उनकी कंपनी 100 साल से अधिक समय से इस कारोबार में है. उन्होंने कहा, “आप यह भी जानते होंगे कि शराब कारोबार में लेन-देन नकद में ही होता है. मेरी कंपनी 100 साल से अधिक समय से कारोबार कर रही है. जो पैसा जब्त किया गया है, वह उसका है.”

साहू ने आगे कहा कि उनके परिसर से जो पैसा बरामद किया गया है उसका कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा, “इस पैसे का कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है, जैसा कि कहा जा रहा है…यह सारा पैसा मेरा नहीं है, यह मेरे परिवार और अन्य संबंधित फर्मों का है… इनकम टैक्स ने अभी छापा मारा है, मैं इसका पूरा हिसाब दूंगा.” बरामद नकदी के काला धन होने के भाजपा के आरोप के बारे में पूछे जाने पर साहू ने कहा कि यह आयकर विभाग को तय करने दीजिए कि यह ‘काला धन’ है या ‘सफेद धन’.

उन्होंने कहा, “मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह पैसा मेरे परिवार की व्यापारिक कंपनियों का है…आयकर विभाग का पक्ष आने दीजिए, चाहे वह ‘काला धन’ हो या ‘सफेद धन’. मैं बिजनेस लाइन में नहीं हूं. मेरे परिवार के सदस्य इसका जवाब देंगे.” उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि लोग इसे कैसे देख रहे हैं लेकिन मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि इस पैसे का कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक दल से कोई लेना-देना नहीं है.”

आयकर विभाग भुवनेश्वर मुख्यालय वाली कंपनी बौद्ध डिस्टिलियरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) के खिलाफ छापेमारी में अबतक 351 करोड़ रुपये बरामद कर चुका है. कंपनी के कथित कर चोरी और आउट ऑफ द बुक (जिसका लेखा-जोखा कंपनी के वित्तीय रिकॉर्ड में नहीं हो)’ लेन-देन के आरोप में छह दिसंबर को आयकर विभाग के अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू की थी. इस कंपनी का प्रवर्तक कांग्रेस सांसद साहू का परिवार है. विभाग ने ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में 30-34 परिसरों की तलाशी की और इस दौरान करीब तीन किलोग्राम सोना भी जब्त किया जा चुका है.

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