आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक के बाद एक लगातार झटके लगते दिख रहे हैं. अशोक चव्हाण और मिलिंद देवड़ा जैसे कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं, वहीं एमपी के पूर्व सीएम कलमनाथ और यूपी से आचार्य प्रमोद कृष्णम के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें जोरों पर हैं. उत्तर भारतीय राज्यों में कांग्रेस के लिए आ रही इन बुरी खबरों के बीच अब दक्षिण भारत में भी पार्टी को झटका लगने की चर्चा है. खबर है कि तमिलनाडु में कांग्रेस विधायक दल की मुख्य सचेतक एस. विजयाधरानी भी हाथ का साथ छोड़कर भगवा दल में शामिल हो सकती हैं.
दरअसल विजयधरानी इस बात को लेकर राज्य और राष्ट्रीय नेतृत्व से नाराज बताई जा रही हैं कि चुनावों में लगातार जीत के बावजूद पार्टी में उन्हें उचित महत्व नहीं दिया है. उनकी वरिष्ठता के बावजूद, कांग्रेस नेतृत्व ने विधायक दल का नेतृत्व करने के लिए पहली बार विधायक बनीं के. सेल्वापेरुन्थागई को चुना.
खबर है कि कांग्रेस से नाराज विजयधारी ने बीजेपी के दिल्ली नेतृत्व से संपर्क साधा है और भगवा पार्टी में शामिल होने की इच्छा जताई है. उन्होंने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए कन्याकुमारी निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारने की मांग की है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया अफवाह
हालांकि तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के. सेल्वापेरुन्थागई ने इन अटकलों को अफवाह बताकर खारिज कर दिया है. उन्होंने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन को तमिलनाडु में जबरदस्त फायदा होगा और उनका लक्ष्य तमिलनाडु की सभी 39 सीटें और पुडुचेरी की एकमात्र सीट जीतना है.
सेल्वापेरुन्थागई ने यह भी कहा कि कांग्रेस और डीएमके मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के नेतृत्व में तमिलनाडु में इंडिया गठबंधन की सफलता के लिए मिलकर काम कर रहे हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि वह फैलाई जा रही अफवाहों पर टिप्पणी नहीं करेंगे कि डीएमके कांग्रेस कोटे से मक्कल निधि मय्यम नेता और तमिल सुपरस्टार कमल हासन को एक सीट आवंटित करने की कोशिश कर रही है.
बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें इन दिनों जोरों पर हैं. इन अटकलों को उस वक्त और बल मिला जब उनके बेटे एवं सांसद नकुलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपने परिचय से कांग्रेस हटा दिया.