दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हालत पतली दिख रही है। आईएएनएस-सीवोटर एग्जिट पोल में पार्टी को शून्य से चार सीट तक मिलने की संभावना जताई गई है। यहां लगातार 15 वर्षो तक शासन करने वाली कांग्रेस का 2015 विधानसभा चुनाव में खाता भी नहीं खुला था।
एग्जिट पोल के अनुसार, कांग्रेस को बमुश्किल 2015 की स्थिति से बेहतर कर पाएगी। कईयों का मानना है कि पार्टी के लचर चुनाव प्रचार अभियान ने भाजपा विरोधी मतों को आप की ओर जाने दिया, जिसे 49 से 63 सीट तक मिलने का अनुमान है।
अगर आप और भाजपा के हाईवोल्टेज चुनाव प्रचार अभियान की बात करें तो, कांग्रेस नेतृत्व ने प्रचार अभियान के अंतिम समय ही अपनी ताकत झोंकी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केवल चार जनसभा को संबोधित किया। वहीं सोनिया गांधी की एकमात्र रैली को उनके खराब स्वास्थ्य की वजह से रद्द कर दिया गया।
इसके अलावा चुनाव में वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के गायब रहने का भी पार्टी नेताओं और समर्थकों में बुरा असर पड़ा। और यही आईएएनएस-सीवोटर एग्जिट पोल में दिख रहा है।
कांग्रेस संभवत: चांदनी चौक से एक सीट और पूर्वी दिल्ली, उत्तर-पूर्व दिल्ली और दक्षिण दिल्ली से एक-एक सीट जीत सकती है।
यह सर्वेक्षण मतदान दिवस के दिन 18 वर्ष से उपर के 11,839 मतदाताओं से निजी साक्षात्कार के अधार पर किया गया है।